रायपुर: चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 इस बार चतुष्कोणीय होने के चलते काफी रोचक माना जा रहा है. दरअसल, राज्य में इस बार मुख्य राजनीतिक दलों बीजेपी और कांग्रेस के सामने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसीजे) का गठबंधन चुनावी मैदान मे है. वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी चुनाव के लिए ताल ठोंक दी है. लेकिन, प्रदेश में कुछ ऐसी सीटें भी हैं जिन पर पिछले चुनाव में जीत-हार के अंतर से ज्यादा नोटा (NOTA) को वोट प्राप्त हुए थे. ऐसे ही एक सीट कवर्धा विधानसभा है. हालांकि, साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कवर्धा सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
कवर्धा सीट पर नोटा को मिले थे 9,229 वोट
इस सीट की चर्चा करना इसलिए भी लाजिमी है क्योंकि इस विधानसभा सीट पर जीत-हार के अंतर से नोटा को मिले वोटों की संख्या तीन गुना से भी ज्यादा थी. इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी अशोक साहू ने 93,645 से वोटों के साथ जीत दर्ज की थी. वहीं, कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार रहे अकबर भाई को 91,087 वोट मिले थे. इस सीट पर जीत-हार का अंतर 2,558 मत का रहा था. वहीं इस सीट पर नोटा को मिले वोटों की संख्या 9,229 थी. राज्य में साल 2013 के विधानसभा चुनाव में NOTA पर कुल 4,01,058 मत पड़े थे. यह कुल मतदान प्रतिशत का 3.07% रहा था. बता दें कि इससे पहले साल 2008 के चुनाव में भी इस सीट पर बीजेपी ने ही जीत दर्ज की थी.
छत्तीसगढ़ चुनाव 2013 का परिणाम
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 49 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, कांग्रेस ने 38 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में बीएसपी को एक सीट और एक निर्दलीय प्रत्याशी को भी जीत मिली थी. इस चुनाव में बीजेपी को 41.04 फीसदी और कांग्रेस को 40.29 फीसदी वोट मिले थे. इस चुनाव में बीएसपी को 4.27 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे. इस चुनाव में कुल मतदाता संख्या 1,68,95,762 थी. इसमें से 85,86,556 पुरुष और 83,08,557 महिलाएं थीं. 2003 विधानसभा चुनाव में 66,05,610 पुरुषों और 64,23,948 महिलाओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था. इस चुनाव में मतदान का कुल प्रतिशत 77.12% रहा था. इस चुनाव में पुरुष आबादी में से 76.93 फीसदी और महिला आबादी में से 77.32 फीसदी ने मतदान किया था.