बजट सत्र के 5वें दिन कमलनाथ और शिवराज में चला सवाल-जवाब का दौर, जानें किसने क्या कहा
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh855899

बजट सत्र के 5वें दिन कमलनाथ और शिवराज में चला सवाल-जवाब का दौर, जानें किसने क्या कहा

मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के 5वें दिन नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच सवाल-जवाब का दौर चला. पढ़िए पूर्व सीएम के सवालों पर मुख्यमंत्री का जवाब...

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (L), पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ. (File Photo)

भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के 5वें दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री शिवराज ने संबोधन दिया. उन्होंने कहा, ''विपक्ष बार-बार कह रहा है कि 2018 में कचरा साफ हो गया. लेकिन मैं बता दूं, मेरे मन में एक भी बार यह नहीं आया कि मुझे सीएम बनना है. जब कमलनाथ जी की सरकार बनी तब मैंने सोच लिया था कि मुझे सीएम हाउस खाली करना है.''

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ''हम चाहते तो उस समय भी जोड़-तोड़ कर सकते थे. हम सोच सकते थे. उस समय भी कई मित्र हमारे साथ आना चाहते थे. लेकिन, सुबह होते ही मैंने कमलनाथ को बधाई दी. इतना वोट परसेंट कांग्रेस को मिला. उसकी वजह कर्ज माफी का ऐलान था. इस बात को मैं मानता हूं.'' इसके बाद नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच सवाल-जवाब का दौर चला. नीचे पढ़िए पूर्व सीएम के सवालों पर मुख्यमंत्री का जवाब...

कमलनाथ- आपने फसल बीमा का प्रीमियम जमा नहीं किया.

शिवराज- हमने फसल बीमा की राशि किसानों को दी. मैं ओलावृष्टि के समय किसानों के पास जाता था, लेकिन आप नहीं जाते थे. आप विधायकों से मिलते नहीं थे.

कमलनाथ- मैं विधायकों को मिलने के लिए समय देता था ना कि टीवी पर सीरियल देखता था.

शिवराज- आप खजाना खाली छोड़ गए. लेकिन हमने इसकी कमी महसूस होने नहीं दी.

कमलनाथ- आपसे आंकड़ों के खेल में जीतना मुश्किल है.

शिवराज- आज हिसाब-किताब पूरा हो जाए. कर्जा लेकर किसानों के खाते में पैसे डाले हैं तो आपको तकलीफ क्यों हो रही है. कोरोना काल में किसानों के खाते में पैसे डाले. उनकी फसल खरीदी.

इस बीच गोपाल भार्गव ने विधानसभा में डिवीजन करने को लेकर कहा- खेल आपने शुरू किया है और हमने कहा था खत्म हम करेंगे.

कमलनाथ- अकेला आपने शुरू किया था. जब आपने अध्यक्ष के चुनाव में कैंडिडेट खड़ा किया. आपने परंपरा तोड़ी.

शिवराज- आपने सरकार में आते ही बीजेपी नेताओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया था. बदले की कार्रवाई आपने की. कुचलने वाली मानसिकता आप लोगों की थी. उच्च अधिकारियों की बोली लगी.

कमलनाथ- आपके इस तरह के आरोप गलत हैं. आप मुझे सदन में नहीं बल्कि अकेले में बता दें कि किन उच्च अधिकारियों की बोली लगी. यहां पर सदन को बताना चाहता हूं कि मैंने माननीय के कहने पर कई कार्रवाई को रुकवाया.

शिवराज- कमलनाथ जी भी कहते हैं कि 2018 में कचरा साफ हो गया. लेकिन कांग्रेस से आए नेताओं के साथ में काम कर रहा हूं. यह सब बहुत अच्छा काम करते हैं. यह सब हीरा हैं.

कमलनाथ- आप सभी हीरों को बचा कर रखिए. हम इन्हें पहले से जानते हैं.

विधायक लक्ष्मण सिंह- (शिवराज के बार-बार बंटाधार की बात पर) आप सिर्फ बंटाधार की योजनाओं को अभी तक क्यों चला रहे हैं?

शिवराज- इस पर फिर कभी चर्चा करेंगे.

कमलनाथ- मेरा मुख्यमंत्री से निवेदन है कि बीती बातों को छोड़ें और आगे की बातें सदन को बताएं.

शिवराज- मैं उसी का जवाब दे रहा हूं. हमने लाडली लक्ष्मी योजना से लेकर महिलाओं के लिए कई योजनाएं बनाई. उनको सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी. लेकिन आपकी सरकार ने हमारी संबल योजना को बंद कर दिया. उसका नाम नया सवेरा कर दिया. लोगों को उसका फायदा नहीं मिला. दीनदयाल रसोई योजना, मेधावी छात्र योजना बंद कर दी.

कमलनाथ- जब हमने मेधावी छात्रों को लैपटॉप योजना की जांच की तो पता चला कि उन्हें लैपटॉप मिल नहीं रहे थे.

शिवराज- अपराध बढ़े लेकिन सरकार ने तेज गति के साथ ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है. पहले शिकायत ही नहीं होती थी. लेकिन हमने शिकायत नहीं बल्कि एफआईआर कराने पर जोर दिया है. यही कारण है कि मामले तुरंत सामने आ रहे हैं.

कमलनाथ- शिवराज जी आप अपनी साइकिल से मुझे मिलवा दें.

शिवराज- मैं साइकिल आपको नही दूंगा आपकी उम्र का ख्याल है. 2017 में हमारी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम किया. कांग्रेस की सरकार आते ही उन्होंने पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ाया.

कमलनाथ- मैं मंत्रलाय में बैठकर देखता था कि किसानों को सही मुआवजा मिले.

शिवराज- जब आप मुख्यमंत्री थे तब सही मुआवजा नही दिया गया. कहीं भी प्राकृतिक आपदा आती है तब मैं दौड़कर जाता हूं. कांग्रेस बोलती थी कि मैं ओला पर्यटन करता हूं. आपकी सरकार गिरी क्योंकि वादे पूरे नहीं किए.

कमलनाथ- वचन पत्र पांच साल का था, लेकिन हमको 15 महीने मिले. आप 11 महीने में वचन पत्र पूरा करने की बात कर रहे है. 

शिवराज- राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्जा माफ करने की बात कही थी, नहीं तो सीएम हटाने की बात भी बोली थी.

कमलनाथ- हमारे नेता ने जो बोला उसका पालन हुआ. सरकार बनने के पहले घंटे में ही कर्जामाफी का आदेश हुआ.

ये भी पढ़ें

भगोड़े नीरव मोदी का फ्रॉड सिर्फ PNB Scam तक नहीं, मध्य प्रदेश से भी जुड़ा रहा है कनेक्शन

दुनिया की पहली प्रो म्यूजिक लीग आज से होगी On Air, यहां देख सकेंगे Live, जानें शेड्यूल

1 मार्च से बदलेगा इन बैंकों का IFSC Code; जानें Life Certificate जमा करने की लास्ट डेट

WATCH LIVE TV

Trending news