CG Baloda Bazar Violence: 10 जून को बलौदाबाजार में हुई हिंसा मामले अब एक्शन तेज हो गया है. पुलिस लगातार गिरफ्तारियां कर रही है. पुलिस अब तक 83 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इधर, सतनामी समाज के धर्मगुरु आरोप के बाद खुद गिरफ्तार देने एसपी ऑफिस पहुंच गए, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया.
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Chhattisgarh Baloda Bazar Violence: बलौदाबाजार हिंसा मामले में कार्रवाई तेज हो गई है. पुलिस ने 83 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी गिरफ्तार आरोपी दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगेली, कवर्धा, महासमुंद समेत बलौदाबाजार के निवासी है, बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 20 टीमें तलाश में जुटी हैं. पुलिस को 60 से ज्यादा शिकायती आवेदन मिले हैं. पुलिस ने 8 FIR नामजद की दर्ज की हैं.
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बलवा, पुलिस कार्य में बाधा, हत्या का प्रयास, लोक संपत्ति नुकसान अधिनियम समेत षड्यंत्र की धाराओं में मामला दर्ज किया है. शहर में अब हालत सामान्य हैं, लेकिन धारा 144 लागू है. बलौदाबाजार शहर में 10 नाकेबंदी प्वाइंट लगाए गए हैं. कई संदेहियों को हिरासत में लेकर भी पूछताछ की जा रही है.
गिरफ्तारी देने पहुंचे धर्मगुरु
इधर, सतनामी समाज के धर्मगुरु और कांग्रेस नेता रुद्र गुरु एसपी ऑफिस पहुंचे. उन्होंने अपनी गिरफ्तारी देने बात कही. धर्मगुरु मंत्री दलायदास बघेल के आरोप के बाद एसपी ऑफिस पहुंचे थे. दयाल दास बघेल ने रूद्र गुरु पर भीड़ को भड़काने का आरोप लगाया था. गुरु रुद्र कुमार एसपी दफ्तर के बाहर बैठे रहे. उन्होंने कहा कि एसपी गिरफ्तार करें तीन-तीन मंत्रियों ने आरोप लगाए हैं. अब खुद गिरफ्तारी देने आया हूं. गुरु रुद्र कुमार को पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यहां गिरफ्तारी नहीं हो सकती. इसके लिए थाने जाइए.
कलेक्टर-एसपी का तबादला
बलौदाबाजार जिले के कलेक्टर एसपी का तबादला कर दिया है. दीपक सोनी बलौदाबाजार जिले के नए कलेक्टर होंगे, जबकि विजय अग्रवाल बलौदाबाजार जिले के नए पुलिस अधीक्षक होंगे. यह आदेश अवर सचिव ने जारी किए. 10 जून को बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में प्रदर्शन के दौरान कानून व्यवस्था बिगड़ी थी. संयुक्त कार्यालय में प्रदर्शन के दौरान एसएसपी व कलेक्टर नदारद थे. प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त कार्यालय भवन को आग के हवाले कर दिया था.
दोषियों से होगी नुकसान की भरपाई
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज ओडिशा के लिए रवाना हुए. सीएम साय के साथ डिप्टी सीएम अरुण साव, संसद बृजमोहन अग्रवाल और विधायक पुरंदर मिश्रा भी रवाना हुए. बलौदाबाजार मामले को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा- बलौदाबाजार की घटना बहुत गंभीर है. सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है. कांग्रेस ने पांच साल तक अराजकता फैला कर रखी थी. सरकार में जाने के बाद भी मानसिकता कांग्रेस की चेंज नहीं हुई है. कांग्रेस के नेताओं ने इस घटना को अंजाम देने में पर्दे के पीछे परदे के सामने भूमिका निभाई है. सभी की जांच की जाएगी और कठोर कार्रवाई की जाएगी. जो नुकसान हुआ है जो दोषी है उससे भरपाई करवाई जायेगी.