बीते दिनों टीकमगढ़ से भाजपा विधायक राकेश गिरी ने बिजली की समस्या को लेकर सीएम शिवराज को पत्र लिखा था. इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 12-15 घंटे की बिजली कटौती हुई है.
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सत्येंद्र सिंह परमार/निवाड़ीः प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर सरकार और ऊर्जा मंत्री निशाने पर हैं. हालांकि ऊर्जा मंत्री ने बिजली की कमी की बात को सिरे से नकार दिया है. बता दें कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर ओरछा में भगवान रामराजा सरकार के दर्शन करने आए थे. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने प्रदेश में बिजली कटौती की वजह बताई.
क्या बोले ऊर्जा मंत्री
ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि मध्य प्रदेश में पिछले माह बिजली की मांग बढ़ी है जबकि उत्पादन उतना नहीं हुआ है. बिजली की मांग में बढ़ोत्तरी की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु में उतनी बारिश नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी. इसके अलावा एक अन्य वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि कोयला खदानों में बारिश के चलते पानी भर गया और इस कारण कोयला आपूर्ति भी प्रभावित हुई.
ऊर्जा मंत्री ने ये भी बताया कि मेंटिनेस के लिए जो समय दिया जाता है, वो भी नहीं मिला. इस कारण 2-3 घंटे बिजली कटौती की गई. हालांकि अब प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं है और ना ही कहीं कटौती की जा रही है.
भाजपा विधायक ही जता चुके हैं नाराजगी
प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती की समस्या को लेकर दो भाजपा विधायक ही नाराजगी जता चुके हैं. बता दें कि बीते दिनों टीकमगढ़ से भाजपा विधायक राकेश गिरी ने बिजली की समस्या को लेकर सीएम शिवराज को पत्र लिखा था. इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 12-15 घंटे की बिजली कटौती हुई है.
इनके अलावा मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि ग्रामीण अंचलों में 20 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है. उन्होंने कहा कि बिजली कटौती के चलते किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि अधिकारी और कर्मचारी सरकार की छवि खराब करने में जुटे हैं. उन्होंने बिजली कटौती को लेकर आगामी 4 सितंबर को डीई ऑफिस और जेई ऑफिस का घेराव करने की बात भी कही है.
मीडिया में ऐसी चर्चाएं चल रही हैं कि पावर मैनेजमेंट कंपनी को सब्सिडी का भुगतान नहीं हुआ है. इसकी वजह से बिजली कंपनी कोयले का भुगतान नहीं कर पा रही हैं और इसके चलते कोयले की आपूर्ति बाधित हुई है और प्रदेश में बिजली उत्पादन कम हो रहा है. विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी बिजली कटौती के मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटी है. कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह ने आरोप लगाया है कि सिंगाजी पावर प्लांट बंद पड़ा है. जिसके चलते अघोषित बिजली कटौती हो रही है.