मध्यप्रदेश के बासमती चावल के पेटेंट के दावे पर सियासत खत्म होती नजर नहीं आ रही है, आज भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बहाने कमलनाथ को घेरा है.
Trending Photos
भोपाल : मध्यप्रदेश के बासमती चावल के पेटेंट दावे पर सियासत खत्म होती नजर नहीं आ रही है, आज भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बहाने कमलनाथ को घेरा है. उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस पर कई आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस झूठ पर झूठ बोले जा रही है.
सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ जी, हर विषय पर राजनीति करनी चाहिये, लेकिन नीति पहले होनी चाहिए. नियत के खोटे लोग अपनी असफलता छुपाने के लिए हमेशा दूसरों को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं. कांग्रेस झूठ पर झूठ बोले जा रही है, APEDA की सुनवाई के समय कांग्रेस सरकार द्वारा वकील ही नहीं भेजे जाते थे.
पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि मध्यप्रदेश को बासमती चावल का GI टैग मिले।
कमलनाथ जी यदि किसानों के हितैषी हैं तो पंजाब के मुख्यमंत्री से अपनी मांग वापस लेने के लिए क्यों नहीं आग्रह करते?
किसानों से उनके कल्याण का वादा करने और उस वादे पर अमल करने में बहुत अंतर होता है!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 7, 2020
मुख्यमंत्री शिवराज ने आगे ट्वीट में लिखा कि पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि मध्यप्रदेश को बासमती चावल का GI टैग मिले. कमलनाथ जी यदि किसानों के हितैषी हैं तो पंजाब के मुख्यमंत्री से अपनी मांग वापस लेने के लिए क्यों नहीं आग्रह करते? किसानों से उनके कल्याण का वादा करने और उस वादे पर अमल करने में बहुत अंतर होता है.आपके ट्वीट से लगता है कि आप पंजाब की कांग्रेस सरकार को अपनी मौन स्वीकृति प्रदान चुके हैं और प्रदेश के किसानों के विरुद्ध खड़े हैं. हमें पंजाब के GI टैग पर कोई आपत्ति नहीं, लेकिन मध्यप्रदेश को GI टैग ना मिले, इसके लिए कांग्रेस सरकार प्रयास करे तो यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ये भी पढ़ें : रायपुर सेंट्रल जेल में कोरोना ब्लास्ट, एक साथ सामने आए 41 पॉजिटिव मामले
आपको बता दें कि गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी शिवराज सरकार को घेरा था. पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीटर पर लिखा कि भाजपा हर मामले में झूठ बोलने व झूठ फैलाने में माहिर है. मध्यप्रदेश के बासमती चावल को जी.आई टैग मिले, मैं व मेरी सरकार सदैव से इसकी पक्षधर रही और मैं आज भी इस बात का पक्षधर हूं कि यह हमें ही मिलना चाहिये.
watch live tv: