भूपेंद्र राय/ भोपाल: अगर कहा जाए कि रिज्यूम एक अच्छी और मनपसंद जॉब मिलने की पहली सीढ़ी है तो गलत नहीं होगा. किसी भी कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई करते हुए हम सभी अपना रिज्यूम ही देते हैं और उसी के आधार पर यह तय होता है कि आपको जॉब इंटरव्यू के लिए कॉल आएगा या नहीं. इस लिहाज से रिज्यूम एक बेहद ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए. चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे नियम के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें रिज्यूम लिखते समय आपको जरूर फॉलो करना चाहिए..
ये भी पढ़िए: सीनियर IAS अधिकारी बीएल अग्रवाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, ईडी ने अटैच की 27 करोड़ की संपत्ति
10 टिप्स जो रिज्यूम बनाने में करेंगे मदद
- कॅरियर एक्सपर्ट का मानना है कि अधिकतर कंपनियों में हायरिंग मैनेजर किसी के भी रिज्यूम पर एक मिनट से ज्यादा का वक्त नहीं लगाते. हो सकता है कि वह रिज्यूम में पेज पलटकर भी ना देखें. इसलिए कोशिश करें कि रिज्यूम छोटा और बेहद आकर्षक होना चाहिए.
- बेहद जरूरी चीज है कि रिज्यूम में गलतियां न हों. कॅरियर एक्सपर्ट के अनुसार, हमेशा रिज्यूम लिखने के बाद उसे कई बार चेक किया जाना चाहिए. हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि आपके रिज्यूम में स्पेलिंग या व्याकरण संबंधी कोई त्रुटियां ना हों.
- रिज्यूम में लिखे गए वाक्यों के आप टेंस अर्थात काल को भी जरूर चेक करें. ऐसे रिज्यूम को एचआर द्वारा शुरूआत में ही रिजेक्ट कर दिया जाता है.
- कॅरियर एक्सपर्ट कहते हैं कि आपको अपने रिज्यूम को वर्ड या डॉक्यूमेंट के स्थान पर पीडीएफ के रूप में सेव करना और भेजना चाहिए. इससे आप यह सुनिश्चित करते हैं कि हायरिंग मैनेजर्स आपके रिज्यूम को वैसे ही देखते हैं, जैसा कि आपने उसे सेव किया है.
- कॅरियर एक्सपर्ट के अनुसार, एक पेज का रिज्यूम लिखने का अर्थ यह कतई नहीं है कि आप उसके फॉन्ट को बेहद छोटा कर दें और फिर एचआर हेड के लिए उसे पढ़ना काफी मुश्किल हो जाए. हमेशा यह सुनिश्चित करें कि वह पढ़ने में आसान हो.
- कॅरियर एक्सपर्ट मानते हैं कि हायरिंग मैनेजर आमतौर पर आपके रिज्यूम को देखते हुए सिर्फ छह सेकंड का समय बिताते हैं. इसलिए रिज्यूम को सुपर क्लियर और आसानी से पढ़े जाने वाला बनाएं. प्रत्येक अनुभाग बोल्ड हो और प्रत्येक नौकरी शीर्षक बोल्ड हो. टेम्पलेट का उपयोग रिज्यूम को आसान व अपील वाला बनाएं.
- रिज्यूम भेजने से पहले तो जरा सी भी गलती की जगह न छोड़ें, क्योंकि छोटी से छोटी गलती भी पकड़ में आ सकती है.
- रिज्यूम तैयार करने के बाद अपने स्किल्स, एचीवमेंट्स आदि को सही तरीके से देख लें. ऐसे न करें कि रिज्यूमे पुराना हो यानी आपके किसी कंपनी में पिछले इंटरव्यू में जो भेजा था वहीं हो.
- आप पहले जिन कंपनियों में काम कर चुके हैं, उन्हें हाईलाइट करने के लिए हाइपरलिंक्स का उपयोग कर सकते हैं. रिज्यूम इस तरीके से ट्रांसपरेंट बनेगा. हाइपरलिंकिंग इसे और आकर्षक बनाएगी.
- अब आप अपने रिज्यूम में ऐसा कुछ लिखें, जो ये दर्शाता हो कि आपने अपने करियर के लिए क्या टारगेट निर्धारित कर रखा है या आप कैसे काम करने वाले हैं. यहां आप अपने करियर के बारे में थोड़ी-सी जानकारी दे सकते हैं.
रिज्यूम बनाते समय अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो निश्चित ही आपको नौकरी पाने में आसानी होगी.
ये भी पढ़िए: 25 सेकंड में देखिए बाघ की दहशतः चिल्लाकर भाग रहे हैं लोग, 2 मुश्किल से बचे
WATCH LIVE TV