बंदरों की वजह से ग्रामीण बेहद परेशान हो चुके हैं. डीएम से भी इसकी शिकायत की जा चुकी है. लेकिन आला अधिकारियों ने अपने हाथ खड़े कर लिए हैं.
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दमोह: मध्य प्रदेश के दमोह जिले के मुहरई गांव में बंदरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. बंदरों की वजह से ग्रामीण बेहद परेशान हो चुके हैं. डीएम से भी इसकी शिकायत की जा चुकी है. लेकिन आला अधिकारियों ने अपने हाथ खड़े कर लिए हैं.
हटा ब्लॉक के मुहरई गांव में पिछले पांच सालों से बंदरों का आतंक है और ये बंदर दस बीस पचास नहीं बल्कि 500 के करीब हैं. इन बंदरों की वजह से लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं. कभी ये किसी के घर पर हमला करते हैं, तो कभी किसी किसान के खेत की फसल को बर्बाद करते हैं.
दरअसल, मुहरई से लगा हुआ इलाका पन्ना रिजर्व टाइगर का है और ये बंदर जंगल छोड़कर गांवों में बस गए हैं. ग्रामीण रवि सियाराम और राजेश के मुताबिक, अचानक बंदरों का झुण्ड यहां आता है और लोगों के घरों में तबाही मचाता है. अब तक सैकड़ों लोगों को बंदर घायल कर चुके हैं.
बताया जा रहा है कि जंगल विभाग से लेकर जिले के कलेक्टर तक बंदरों के आतंक की शिकायत की जा चुकी है. प्रदेश में चलाई जा रही सीएम हेल्पलाइन के नंबर पर भी शिकायत की गई है. लेकिन बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
हटा वन मंडल के रेंजर एच एच भार्गव बताते हैं कि बंदरों की तादाद बहुत ज्यादा है, लिहाजा उन्हें पकड़ना या गांवों से भगा पाना मुश्किल का काम है. इसके लिए उन्हें बड़े पैमाने पर मशीनरी और मेन पावर की जरुरत होगी.