जबलपुरः Maneka Gandhi: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सुल्तानपुर (Sultanpur) से बीजेपी सांसद मेनका गांधी (BJP Sansad Maneka Gandhi) इन दिनों चर्चा में हैं. जबलपुर (Jabalpur) के वेटरनरी डॉक्टर (Veterinary Doctor) को किए गए एक फोन कॉल के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ गुस्सा उमड़ पड़ा. ट्वीटर पर तो 'मेनका गांधी माफी मांगो' के हैशटैग भी ट्रेंड करने लगे. यहां तक कि छत्तीसगढ़ बीजेपी नेता अजय विश्नोई (Chhattisgarh BJP Leader Ajay Bishnoi) ने तो अपनी ही पार्टी की नेता को 'घटिया महिला' बता दिया. 


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यह कोई पहला मामला नहीं है जब पूर्व BJP मंत्री विवादों में आईं. इससे पहले भी कई बार वह अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहीं. हम बता रहे हैं मेनका गांधी के पिछले बयानों को जिन्हें कहने से विवाद उत्पन्न हुए. 


'तुम्हारे पिता माली है या चौकीदार?'
पीपुल फॉर एनिमल्स में भारतीय पर्यावरणविद् और पशु अधिकारवादी मेनका गांधी ने पिछले दिनों मध्य प्रदेश के जबलपुर वेटरनरी कॉलेज से शिक्षा प्राप्त करने वाले डॉक्टर विकास शर्मा को फोन किया. डॉगी के ऑपरेशन से रिलेटेड मामले पर मेनका गांधी का ऑडियो क्लिप वायरल भी हुआ. जिसमें वह डॉ विकास से अपशब्द कहते नजर आईं. डॉक्टर के परिवार पर भी बोलते हुए उन्होंने कहा, 'तुम्हारे पिता माली हैं या चौकीदार, ह*म*...' 


सांसद ने इस दौरान प्रदेश की नानाजी देशमुख यूनिवर्सिटी (Nanaji Deshmukh University) को ही घटिया बता दिया. जिसके बाद यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन (Indian Veterinary Association) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखते हुए बीजेपी सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.


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'मुस्लिम वोट नहीं तो उन्हें जॉब भी नहीं' 
अप्रैल 2019 में सुलतानपुर सीट पर लोकसभा चुनाव हो रहे थे. बीजेपी से मैदान में उतरीं मेनका गांधी ने तूराबखानी क्षेत्र में चुनावी सभा की. यहां उन्होंने कहा, 'लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत तो रही हूं. लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी तो मुझे बुरा लगेगा. दिल खट्टा हो जाता है. और जब मुसलमान किसी काम के लिए आते हैं फिर मैं सोचती हूं कि नहीं रहने ही दो, क्या फर्क पड़ता है. आखिर नौकरी एक सौदेबाजी ही होती है.' 


उनके इस बयान के बाद सुलतानपुर चुनाव अधिकार आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा था. बता दें कि सुलतानपुर सीट पर लोकसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी.


हथिनी की मौत पर बयान
मई 2020 में केरल से खबर आई थी कि कुछ लोगों ने हथिनी को खाने में पटाखे खिला कर मार दिया. इस पर बीजेपी सांसद ने कहा था, केरल का मल्लापुरम ऐसी घटनाओं के लिए ही कुख्यात है और ये देश का सबसे हिंसक राज्य भी है. यहां सड़कों पर जहर फेंक दिया जाता है, जिससे 300 से 400 परिदें और कुत्ते एक साथ मर जाएं. उन्होंने ये भी कहा था कि केरल में हर तीसरे दिन एक हाथी को मार दिया जाता है.


इस बयान के बाद उनके खिलाफ अलग-अलग 7 से भी ज्यादा शिकायतें की गईं. केरल में उनके खिलाफ केस भी हुआ था. कई नेताओं ने मेनका से बयान वापस लेने के लिए भी कहा. 


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'मास्क नहीं पहना तो वो मरे... हमारी बला से'
अगस्त 2020 में कोरोना की पहली लहर में केस बढ़ रहे थे. BJP सांसद सुलतानपुर पहुंचीं, यहां कोरोना के मामलों पर SP से कहा गया उनका बयान विवादों में आया. उन्होंने कहा, 'ये (कोरोना) पूरे देश में हैं, मुझे मालूम है, उनका काम नियम बनाना है. किसी ने मास्क नहीं पहना है तो वो मरे, हमारी बला से. लेकिन ऊपर से पैसों की वसूली न हो.' 


'पत्रकार ब्लैकमेलर होते हैं...'
अगस्त 2020 में ही मेनका गांधी का एक और बयान विवादों में आया. जब उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन के दौरान हॉटस्पॉट की स्थिति में व्यावसायिक गतिविधियां चलने पर पत्रकार खबरें बनाते हैं. फिर व्यापारियों को ब्लैकमेल किया जाता है. पत्रकार ब्लैकमेलर होते हैं.' इस पूरे कार्यक्रम में कलेक्टर, SP और मीडियाकर्मियों समेत कई बड़े अधिकारी भी मौजूद थे.


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रेप के मामलों में भारत निचले चौथे स्थान पर
साल 2016 में महिला पत्रकारों के एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि कई देश ऐसे हैं जहां रेप की घटनाएं होती हैं. लेकिन वहां हमारे देश की तरह न तो उस पर लिखा जाता है और न ही अखबारों में उसे जगह दी जाती है. उन्होंने बताया कि 'निर्भया कांड' के दौरान वह स्वीडन में थीं, जहां अखबारों में उन्हें हर दिन रेप की खबरें पढ़ने को मिलती थीं. जब उन्होंने आंकड़े देखें तो पता चला रेप के मामले में भारत निचले चार देशों में हैं. 


'बीजेपी नेता ने एक रुपया भी लिया तो...'
अप्रैल 2021 में वह इसौली विधानसभा के भवानीगढ़ रैचा पहुंचीं और बीजेपी नेताओं के साथ जनसभा संबोधित की. यहां उन्होंने कहा था, इस चुनाव के बाद अगर कोई जीता हुआ हमारा बंदा अध्यक्ष बनने के बाद एक रुपया भी लेता है तो उसी वक्त मैं उससे इस्तीफा लेकर जेल भिजवा दूंगी.


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'जहां ज्यादा वोट, वहां पहले काम'
पीलीभीत लोकसभा चुनाव के दौरान अपने बेटे वरुण गांधी के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने चुनावी जनसभा की. यहां उन्होंने कहा, 'हम हर बार पीलीभीत में जीतते हैं, तो इस बात का क्या मापदंड कि किस गांव में ज्यादा काम करवाया जाता है. वे गांवों को A,B,C और D चार कैटेगरी में बांटते हैं. A कैटेगरी में पार्टी को 80 फीसदी वोट, B में 60, C में 50 और D में 50 फीसदी से कम वोट मिले होते हैं.'


'विकास कार्य सबसे पहले A कैटेगरी के गावों में होगा, फिर B, C और अंत में D. अब ये वोटर के ऊपर है कि वो किस कैटेगरी में आते हैं. वह नहीं चाहते कि कोई भी गांव D कैटेगरी में आए, क्योंकी हम सब यहां कुछ अच्छा करने आए हैं.'


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