बेवफा चायवाला रेटकार्डः फौजियों को फ्री, नाकाम आशिकों को डिस्काउंट, हैप्पी कपल का NO खयाल
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बेवफा चायवाला रेटकार्डः फौजियों को फ्री, नाकाम आशिकों को डिस्काउंट, हैप्पी कपल का NO खयाल

मालनपुर के दीपक परिहार ने प्यार किया लेकिन उनकी मोहब्बत अंजाम तक नहीं पहुंची. दीपक ने चाय की दुकान खोल ली और उसके नाम में अपनी प्रेमिका से बिछड़ने के दर्द को बयां कर दिया. उन्होंने अपनी दुकान का नाम 'बेवफा चायवाला' रखा. 

भिंड के दीपक परिहार का 'बेवफा टी स्टॉल'.

प्रदीप शर्मा/भिंड: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में प्रेमिका की जुदाई में एक प्रेमी ने चाय की दुकान खोली है. खास बात यह है कि चाय की दुकान का नाम प्रेमी ने "बेवफा चायवाला" रखा है. गौर करने वाली बात यह भी है कि दुकान पर अगर कोई प्रेमी जोड़ा चाय पीने आता है तो उसे 20 रुपये की चाय दी जाती है. वहीं अगर प्यार में धोखा खाए हुआ कोई व्यक्ति चाय पीने पहुंचता है तो उसे चाय 15 रुपये में चाय​ मिलती है. दुकान का यह नाम और नियम लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

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मालनपुर के दीपक परिहार ने प्यार किया लेकिन उनकी मोहब्बत अंजाम तक नहीं पहुंची. दीपक ने चाय की दुकान खोल ली और उसके नाम में अपनी प्रेमिका से बिछड़ने के दर्द को बयां कर दिया. उन्होंने अपनी दुकान का नाम 'बेवफा चायवाला' रखा. अब इस नाम को देखकर लोग ना चाहते हुए भी दीपक की दुकान पर चाय पीने के लिए रुक जाते हैं. कुल्हड़ में चाय देने वाले दीपक से हर कोई दुकान के नाम को लेकर सवाल पूछता है, लेकिन वह हर बार इसकी वजह बताने की बजाय बात को टाल जाते हैं.

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जब मीडिया वालों ने दीपक से दुकान का नाम 'बेवफा चायवाला' रखने के पीछे की वजह पूछी तो उनका दर्द छलक उठा. दीपक ने बताया कि उन्होंने जिंदगी में बेवफाई, किसी के जिंदगी से दूर चले जाने का दर्द सहा है. इसीलिए चाय की दुकान का नाम 'बेवफा चायवाला' रखा है. दीपक बताते हैं कि उनकी दुकान पर प्रेमी जोड़े को 20 रुपये की चाय मिलती है, प्यार में धोखा खाए हुए लोगों को 15 रुपये की चाय मिलती है, वहीं फौजी भाइयों को वह फ्री में चाय देते हैं.

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फौजी भाइयों से चाय के पैसे न लेने के सवाल पर दीपक ने कहा कि वह बचपन से ही देश के लिए कुछ करना चाहते थे. सेना में जाना चाहते थे, लेकिन उनका यह सपना अधूरा रह गया. अब वह देश सेवा में जुटे सेना के जवानों को बिना पैसे लिए चाय पिलाकर समाज को यह संदेश देना चाहते हैं कि उनका स्थान कितना ऊंचा है. दीपक कहते हैं​ कि 'बेवफा चायवाला' नाम देखकर कुछ लोग मुझे मजनू भी कहते हैं. कुछ लोग फौजी भाइयों के लिए फ्री चाय सर्विस के बारे में जानकर मेरी सोच के लिए मुझे दिल से सलाम भी करते हैं.

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