दमोह उपचुनाव: टिकाऊ-बिकाऊ का मुद्दा रहा हावी, भाजपा-कांग्रेस की साख दांव पर
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दमोह उपचुनाव: टिकाऊ-बिकाऊ का मुद्दा रहा हावी, भाजपा-कांग्रेस की साख दांव पर

मध्यप्रदेश में कोरोना के बीच हुआ दमोह उपचुनाव टिकाऊ और बिकाऊ के मुख्य मुद्दे पर लड़ गए.

सांकेतिक तस्वीर

दमोह: मध्यप्रदेश में कोरोना के बीच हुआ दमोह उपचुनाव टिकाऊ और बिकाऊ के मुख्य मुद्दे पर लड़ गए. जिसके बाद आज आने वाले नतीजे बताएंगे कि इस चुनावी दंगल का ताज किसके सिर पर सजेगा. बता दें कि दमोह उपचुनाव में भाजपा के राहुल सिंह लोधी, तो वहीं कांग्रेस के अजय टंडन की किस्मत का फैसला आज EVM के पिटारे से खुलेगा.

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गौरतलब है कि दमोह विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को चुनाव हुए थे. इसमें कुल 59.81 फ़ीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. पिछली बार की तुलना में करीब 15 फ़ीसदी कम मतदान हुआ है. 239808 मतदाताओं वाली इस विधानसभा सीट में कुल 359 मतदान केंद्रों में वोट डाले गए थे. दमोह उपचुनाव की मतगणना के कुल 26 राउंड रखे गए हैं जिसमें तीन कमरों में 14 टेबल पर मतगणना की जाएगी.

दमोह विधानसभा उपचुनाव डिटेल्स
कुल मतदाता - 2 लाख 39 हजार 808
पुरूष - 1 लाख 24 हजार 345
महिला -  1 लाख 15 हजार 455
थर्ड जेंडर -  08
कुल मतदान केंद्र - 359
संवेदनशील केंद्र - 154
कुल प्रत्याशी - 22
मुख्य मुकाबला - भाजपा कांग्रेस के बीच
भाजपा प्रत्याशी - राहुल लोधी
कांग्रेस प्रत्याशी - अजय टण्डन

उपचुनाव में यह मुद्दे रहे हावी
इस उपचुनाव की बात करें तो इसमें सबसे बड़ा मुद्दा टिकाऊ और बिकाऊ का ही देखने को मिला, क्योंकि, राहुल सिंह इसके पहले कांग्रेस से चुनाव लड़कर जीत चुके थे. लेकिन, कमलनाथ सरकार में किए गए मेडिकल कॉलेज के वादे को पूरा न करने पर उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा का दामन थाम लिया. इसके पहले 28 विधानसभा सीटों पर सूबे के मुखिया शिवराज का जादू चला था और भाजपा ने एक बार फिर प्रदेश की सत्ता में वापसी की थी. 2021 में संक्रमण के दौर में हुए चुनावी दंगल से क्या भाजपा का कमल एक बार फिर खिलेगा या कांग्रेस के हाथ भी कुछ आ पाएगा यह देखना दिलचस्प होगा.

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हार-जीत का अंतर बेहद कम
बात 2018 की करें तो बीजेपी प्रत्याशी जयंत मलैया कि भले ही हार हुई हो लेकिन यह हार बड़े ही कम अंतर से थी. पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को 2018 के विधानसभा चुनाव में 78199 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के राहुल सिंह लोधी को 78997 वोट मिले थे. वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से जयंत मलैया को जीत मिली थी लेकिन यह जीत महज 5000 वोट से ही मिली थी.

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