Lok Sabha Election: 33 साल बाद राजगढ़ से लड़ना दिग्विजय सिंह के लिए बड़ी चुनौती,1991 से 2024 में बदल चुके हैं समीकरण
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Lok Sabha Election: 33 साल बाद राजगढ़ से लड़ना दिग्विजय सिंह के लिए बड़ी चुनौती,1991 से 2024 में बदल चुके हैं समीकरण

दिग्विजय सिंह एक बार फिर से अपनी परंपरागत राजगढ़ लोकसभा सीट से लड़ेंगे. इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है. वो पदयात्रा के जरिए राजगढ़ जिले की आठों विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे और जनता से बात करेंगे.

 

Lok Sabha Election: 33 साल बाद राजगढ़ से लड़ना दिग्विजय सिंह के लिए बड़ी चुनौती,1991 से 2024 में बदल चुके हैं समीकरण

Digvijaya Singh News: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा सीट से करीब 33 साल बाद फिर चुनाव लड़ने वाले हैं.  77 वर्षीय दिग्विजय सिंह अब चुनावी मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, और वो पदयात्रा के जरिए ही गांव-गांव नापने वाले हैं. इसकी शुरुआत 31 मार्च को सुसनेर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले नलखेड़ा स्थित माता बगुलामुखी के दर्शन करने के बाद होगी.

8 विधानसभा क्षेत्रों का करेंगे दौरा
जानकारी के मुताबिक दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा सीट की आठों विधानसभा सीटों पर पैदल यात्रा करेंगे. उनकी पदयात्रा में चाचौड़ा, राघोगढ़, नरसिंहगढ़, ब्यावरा, राजगढ़, खिलचीपुर, सुसनेर और सारंगपुर विधानसभा क्षेत्र आएंगे. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक दिन पदयात्रा होगी और रात्रि विश्राम भी उसी क्षेत्र में करेंगे. एक-एक करके आठों विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्रा होगी, जो चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले समाप्त कर ली जाएगी. बता दें कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र का चुनाव तीसरे चरण में होगा.

जानिए दिग्विजय सिंह की प्लानिंग
दिग्विजय सिंह 1991 के बाद अब राजगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं. इतने लंबे समय के बाद अब सीधे राजगढ़ के लोगों से जुड़ने के लिए उन्होंने पदयात्रा का सहारा लिया है. राजगढ़ की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वो एक दिन की यात्रा करेंगे. जो लगभग 20 से 30 किलोमीटर की होगी. जिसकी शुरुआत सुसनेर विधानसभा  से होगी. पदयात्रा के अलावा इस दौरान नुक्कड़ सभाएं भी होंगी. वहीं रात्रि विश्राम जहां होगा, वहां पर चौपाल भी लगाई जाएगी.

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कर चुके हैं नर्मदा पदयात्रा
इसके पहले दिग्विजय सिंह ने 30 सितंबर 2017 को नर्मदा परिक्रमा शुरू की थी. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से अकेले ही 110 सीटों का दौरा किया था. उनकी नर्मदा परिक्रम 192 दिनों तक चली थी. ये पदयात्रा मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट पर खत्म हुई थी. पदयात्रा के दौरान उनकी पत्नी अमृता सिंह भी उनके साथ थी. इसके राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी दिग्विजय सिंह पैदल ही चले थे.

बता दें कि राजगढ़ लोकसभा सीट पर उन्होंने 1991 में आखिरी बार इस सीट से चुनाव लड़ा था, 1993 में वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे.  दिग्विजय सिंह ने दो बार राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव जीता है. 2019 का चुनाव उन्होंने भोपाल लोकसभा सीट से लड़ा था. इस चुनाव में उनको हार मिली थी. वहीं यहां अब तक हुए कुल 19 चुनाव हुए हैं, जिनमें दिग्विजय और उनके परिवार के सदस्य सात बार निर्वाचित हुए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां बीजेपी के रोडमल नगर को जीत मिली हैं.

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