जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी नाबालिग रेप पीड़िता, कोई नहीं आया आगे, तब SI ने इस तरह बचाई जान
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जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी नाबालिग रेप पीड़िता, कोई नहीं आया आगे, तब SI ने इस तरह बचाई जान

रेप पीड़िता खून की कमी के चलते पिछले तीन दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी, कोई उसे खून देने के लिए आगे नहीं आ रहा था. 

रक्तदान करते SI राहुल तिवारी

संदीप मिश्रा/डिंडौरीः मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के डिंडौरी जिले में इंसानियत का उदाहरण पेश करते सब इंस्पेक्टर की खबर सामने आई. यहां SI राहुल तिवारी ने ब्लड डोनेट कर नाबालिग रेप पीड़िता लड़की की जान बचाई. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि रेप पीड़िता खून की कमी के चलते पिछले तीन दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी, कोई उसे खून देने के लिए आगे नहीं आ रहा था. 

ब्लड ग्रुप मिलते ही आए आगे
स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक संजय सिंह ने पुलिसकर्मियों से रक्तदान की अपील की. ब्लड ग्रुप के बारे में पता लगते ही एसआई राहुल तिवारी जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने रक्तदान कर नाबालिग की जान बचाई. बता दें कि राहुल तिवारी इससे पहले भी करीब 15 बार रक्तदान कर इंसानियत का परिचय दे चुके हैं. एसआई राहुल ने बताया कि समय से खून नहीं मिल पाने के कारण उन्होंने कई लोगों को मरते देखा है, इसलिए जब भी मौका मिलते हैं वह अपना खून देने के लिए दूसरी बार नहीं सोचते.

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स्वास्थ्य विभाग ने की रक्तदान की तारीफ
एसआई राहुल द्वारा की गई मदद के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी विक्रम सिंह ने रक्तदान को महादान बताया. उन्होंने एसआई के इस नेक काम को सम्मानित करने की बात भी कही. एसआई के काम की सराहना करते हुए ASP ने भी उन्हें अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बताया. उन्होंने अन्य लोगों से भी आगे आकर रक्तदान की अपील की. 

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