नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन केस में आरोपी हरकरण मोखा गिरफ्तार, सरेंडर करने पहुंचा था कोर्ट
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नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन केस में आरोपी हरकरण मोखा गिरफ्तार, सरेंडर करने पहुंचा था कोर्ट

बताया जा रहा है कि हरकरण मोखा कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा था लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.  

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन केस में आरोपी हरकरण मोखा गिरफ्तार, सरेंडर करने पहुंचा था कोर्ट

जबलपुर/करणः नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी  हाथ लगी है. दरअसल पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा के बेटे हरकरण मोखा को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि हरकरण मोखा कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा था लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.  

काफी समय से था फरार
नकली रेमडेसिविर मामले में हरकरण मोखा का नाम सामने आने के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी लेकिन वह फरार चल रहा था. बाद में पुलिस ने हरकरण की मां को भी गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि हरकरण उसके बाद भी फरार रहा. अब पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि हरकरण शहर आने वाला है. 

पुलिस को ये भी पता चला कि हरकरण फॉर्च्युनर गाड़ी में सवार होकर कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचेगा. जिस पर पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया और जिलेभर में नाकाबंदी कर दी. 

ऐसे आया पकड़ में 
हरकरण शाम 4 बजे गाड़ी में बैठकर जिला कोर्ट के गेट पर उतरा. हरकरण कोर्ट में अंदर तेजी से जाने के लिए दौड़ लगाने ही वाला था कि पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया. बता दें कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पुलिस अभी तक सिटी हॉस्पिटल के मालिक सरबजीत सिंह मोखा, उसकी पत्नी जसमीत, अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री, कर्मचारी देवेश चौरसिया आदि को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. 

गौरतलब है कि गुजरात पुलिस ने बीते दिनों सूरत में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. पूछताछ में पता चला कि सिटी अस्पताल के मालिक सरबजीत सिंह मोखा द्वारा भी 500 नकली इंजेक्शन खरीदे गए थे और उन्हें अस्पताल में मरीजों को 35-40 हजार रुपए में बेचा गया. नमक और ग्लूकोज मिलाकर तैयार किए गए ऐसे करीब एक लाख इंजेक्शन देश में दलालों के जरिए बेचे गए. 

एक और आरोपी गिरफ्तार

नकली रेमडेसिविर रैकेट में एक और मछली पुलिस के जाल में फंस गई है. दरअसल अब तक पुलिस की रडार में रहे इंदौर की दवा कंपनी के कर्मचारी राकेश शर्मा को भी जबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. राकेश को रेमडेसिविर रैकेट के गुजरात कनेक्शन में मुख्य सूत्रधार माना जा रहा है. राकेश ने ही सपन जैन को 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन गुजरात के माध्यम से दिलवाए थे, जिसे पुलिस ने दबोच लिया है. पुलिस जांच में राकेश के अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है.

वही उसे भी पुलिस ने अन्य अपराधियों के तरह धाराएं दर्ज करते हुए फिलहाल जेल भेज दिया गया है. राकेश ने पुलिस के समक्ष यह बात कबूली है कि उसने ही नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन सपन को उपलब्ध कराए थे. इन 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन में 35 इंजेक्शन उसने अपने पास रखे थे जिसे बाद में सपन के साथ मिलकर उसने तिलवारा पुल से नर्मदा में फेंक दिया था. 

  

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