शताब्दी एक्सप्रेस में आग से जल गईं प्लेइंग किट, फिर भी नहीं मानी हार, जीते दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज
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शताब्दी एक्सप्रेस में आग से जल गईं प्लेइंग किट, फिर भी नहीं मानी हार, जीते दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज

खिलाड़ियों के हार न मानने वाले हौसले ने उन्हें टूर्नामेंट में सफलता दिलाई. प्रतियोगिता में जबलपुर के खिलाड़ियों ने दो सिल्वर और एक कांस्य समेत तीन मेडल अपने नाम किए.

मेडल विजेता अमित कुमार (L) और सोनिया ठाकुर (R)

जबलपुरः दिल्ली से देहरादून (Delhi to Dehradun) की ओर जा रही शताब्दी एक्सप्रेस (Shatabdi Express) की बोगी में बीते शनिवार को आग (Fire in Shatabdi Express) लग गई थी. इस अग्निकांड में रेलवे प्रबंधन की सूझ-बूझ से सभी की जान तो बच गई. लेकिन उसी ट्रेन में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के 8 तीरंदाज (8 Archers in Shatabdi) भी शामिल थे, जो उत्तराखंड (Uttarakhand) के देहरादून (Dehradun Archery Championship) में होने वाली तीरंदाजी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने जा रहे थे. इस हादसे में उनके तीरकमान समेत काफी सामान जलकर खाक हो गया था. 

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बोगी को जलते देख लगा, जैसे उम्मीदें जल रही हैं
ट्रेन में सवार मध्य प्रदेश के तीरंदाजों की देहरादून में आयोजित प्रतियोगिता रविवार को समाप्त हो चुकी है. प्रतियोगिता के बाद जी मीडिया से बात करते हुए खिलाड़ियों ने बताया कि ट्रेन की बोगी जलते समय उन्हें ऐसा लग रहा था जैसे टूर्नामेंट खेलने की उनकी सारी उम्मीदें भी जल रही हैं. लेकिन, उत्तराखंड में खेली गई 41वीं जूनियर नेशनल तीरंदाजी चैम्पियनशिप (41st Junior National Archery Championship in Dehradun) में खिलाड़ियों के हौसलों ने उनके मनोबल को टूटने नहीं दिया.

खिलाड़ियों ने मेडल जीत टूटने नहीं दी उम्मीद
खिलाड़ियों के इसी हौसले ने उन्हें टूर्नामेंट में सफलता दिलाई. प्रतियोगिता में जबलपुर की सोनिया ठाकुर ने सिल्वर और अमित कुमार ने कांस्य पदक जीतकर सभी खिलाड़ियों की उम्मीदों को जीवित रखा. सोनिया और अमित दोनों ने ही जोड़ी में खेलते हुए मिक्स तीरंदाजी चैम्पियनशिप में सिल्वर पदक भी जीता. 

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सभी खिलाड़ी हुए प्रोत्साहित
इन दोनों ही खिलाड़ियों की इस सफलता से टूर्नामेंट में शिरकत कर रहे टीम के बाकी खिलाड़ियों में भी नई उम्मीद जागी. सोनिया और अमित ने बताया कि ट्रेन की बोगी में उनके प्लेइंग किट (तीरंदाजी का सामान) रखे हुए थे, जो शनिवार को लगी आग में जलकर खाक हो गए. सामान जलने की बात उन्होंने अपने कोच को बताई.

सरकार से मिली मदद के बाद ऐसे जीते मेडल
खिलाड़ियों के कोच रवि प्रधान ने बताया कि प्लेइंग किट की जानकारी उन्हें पता चलते ही उन्होंने तीरंदाजी असोसिएशन से बात की. असोसिएशन ने बहुत शॉर्ट नोटिस पर खिलाड़ियों के लिए तीरंदाजी किट का इंतजाम कर उन्हें देहरादून पहुंचाया. खिलाड़ियों के साथ मिलकर उन्होंने कमान (धनुष) को शनिवार रात में ही सेट किया.

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नए सेट किए हुए धनुष के साथ खिलाड़ी अगले दिन प्रतियोगिता में उतरें और मध्य प्रदेश के लिए दो सिल्वर और एक कांस्य पदक जीतकर प्रदेश भर का नाम ऊंचा किया. पदक जीतने वाले दोनों ही खिलाड़ी मध्य प्रदेश तीरंदाजी अकादमी, जबलपुर में प्रशिक्षण ले रहे हैं. अपनी जीत के बाद खिलाड़ियों ने कोच और राज्य सरकार को धन्यवाद दिया.

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