कंपनी बनाने के लिए ज़मीन खरीदनी थी. धोखेबाजों ने एग्रीमेंट कर 2.3 करोड़ रुपए ठग लिए और जमीन भी नहीं दी.
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ग्वालियर: कोई भी व्यक्ति अपने खून पसीने की मेहनत से अपने सपनों को पूरा करता है. ऐसे में अगर कोई आपसे धोखा कर दे तो आपकी सालों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ है
महाराजपुरा डीडी नगर निवासी हरिओम तोमर के साथ. मालनपुर स्थित एक निजी कंपनी में हरिओम तोमर ऑफिसर हैं. साल 2019 में उन्होंने महाराजपुरा के गिर्द परगना में 2.517 हैक्टेयर जमीन खरीदने के लिए पत्नी ममता तोमर के नाम से एग्रीमेंट किया था. एग्रीमेंट किसान जगत सिंह, सुगंध सिंह, रामहंस सिंह, गोपाल सिंह, रामहेत, महेन्द्र सिंह, रामनरेश, पूरन सिंह, सोबरन सिंह गुर्जर से किया था. यह पूरा एग्रीमेंट दलाल राकेश की मध्यस्ता में हुआ था.
देरी से ठगी का एहसास हुआ
साल 2019 में अनुबंध के दौरान हरिओम सिंह तोमर ने 2 करोड़ 30 लाख रुपए किसानों को दिए थे. कुछ महीनों बाद रजिस्ट्री कराने के लिए वादा किया गया था. पर इसके बाद जब भी उन्होंने रजिस्ट्री के लिए कहा तो टहलाते रहे. बीच में कोविड परीरिड होने के नाम पर समय निकाल दिया गया. इसके बाद जब ठगी का अहसास हुआ तो पीड़ित दंपती ने अपने रुपए वापस मांगे. जिस पर आरोपी उसे धमकाने लगे.
जमीन का पहले भी हो चुका है एग्रीमेंट
मालनपुर की एक कंपनी के अफसर को कुछ लोगों ने जमीन का सौदा कर 2.3 करोड़ रुपए का चूना लगा दिया. न जमीन मिली न ही रुपए वापस दे रहे हैं. जब किसानों ने रजिस्ट्री नहीं की तो अफसर ने जानकारी जुटाई. पता लगा कि इसी जमीन का किसान किसी और से भी एग्रीमेंट कर चुके हैं.
ममता और हरिओम को पता चला कि जिस जमीन का उनसे अनुबंध है उसी जमीन का अनुबंध जगत, सुगंध सिंह और उनके साथियों ने किसी राजवीर और उनके अन्य साझेदारों से कर लिया है.
विरोध करने पर मिली धमकी
इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उन्हें धमकाया साथ ही रुपए वापस देने से मना कर दिया. इतना ही नहीं राकेश गुर्जर ने यह पूरी डील कराने के लिए हरिओम से 1 लाख रुपए दलाली के लिए थे. लेकिन अब वह भी धमका रहा है. इतना ही नहीं अब ठगों ने जान से मारने की धमकी दी है. पुलिस धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट चुकी है.
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