बीते डेढ़ माह के दौरान मध्य प्रदेश में कोरोना से हुई मौतों में 50 फीसदी लोग 40 साल से कम उम्र के युवा हैं.
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भोपालः हर दिन के साथ कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीच जो एक बात गौर करने वाली है, वो ये है कि कोरोना की दूसरी लहर में युवा भी इसके शिकार हो रहे हैं. पहली लहर में बुजुर्ग लोग ही अधिकतर इसकी चपेट में आए थे, लेकिन इस बार यह युवाओं को ही ज्यादा अपना शिकार बना रही है. बता दें कि बीते डेढ़ माह के दौरान मध्य प्रदेश में कोरोना से हुई मौतों में 50 फीसदी लोग 40 साल से कम उम्र के युवा हैं.
ये लक्षण दिखें तो तुरंत कराएं जांच
कोरोना के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो बुखार, गले में खराश और दर्द, सूखी खांसी, जुकाम और सांस फूलना, कमजोरी, थकावट, भूख की कमी, पेटदर्द, डायरिया, उल्टी, सिर दर्द और सुनाई कम देना शामिल हैं. ऐसे में अगर किसी भी व्यक्ति को इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं. जांच में अगर देरी की जाएगी तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा और इससे हालात बिगड़ सकते हैं.
युवाओं के ज्यादा संक्रमित होने की ये है वजह
युवाओं में साइटोकाइन स्टॉर्म के कारण मौत अधिक हो रही है. इस स्थिति में मरीज को पहले लगता है कि वह ठीक है लेकिन 4-5 दिन में ही उसके शरीर का इम्यून सिस्टम हाइपर एक्टिव होने से मरीज की मौत हो जाती है.
साथ ही युवा टेस्ट कराने और अस्पताल जाने में लापरवाही करते हैं. इससे संक्रमण ज्यादा गंभीर हो जाता है, जिससे रिकवरी होने में परेशानी होती है. इसके साथ ही युवाओं के संक्रमित होने की एक वजह ये भी है कि 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन भी लग चुकी है, जिससे उनके लिए खतरा कम हुआ है और युवाओं में वैक्सीन ना लगने के चलते खतरा बढ़ा है.
तुरंत कराएं जांच
इसलिए जैसे ही लक्षण दिखें तो तुरंत ही जांच कराएं और अपने स्तर पर इलाज ना करें. साथ ही शरीर में कोई बदलाव या नया लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें. समय पर जांच और चिकित्सकीय सलाह से संक्रमण को कंट्रोल किया जा सकता है.