Prabhu Ram story: प्रभु राम के जीवन से जुड़ी हुई कई कहानियां प्रसिद्ध हैं. भगवान राम का जीवन हर उम्र में हमें सही राह दिखाता है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं प्रभु राम जब वनवास के समय की एक कहानी के बार में. वनवास के समय प्रभु राम के सामने रावण की बहन शूर्पणखा विवाह का प्रस्ताव लेकर आई थी. इस दौरान प्रभु राम ने जब इन्कार किया तो शूर्पणखा ने उन्हें कई बार प्रलोभन दिया. जिस पर प्रभु राम ने अपने भाई लक्ष्मण से ये बात कही थी.
माता कैकयी के वरदान मांगने के बाद प्रभु राम, माता सीता और लक्ष्मण वनवास के लिए प्रस्थान कर दिए.
प्रभु के जाने के बाद पूरी अयोध्या नगरी सूनी हो गई. पुरवासियों ने प्रभु को भावुक मन से विदा किया. प्रभु के वनवास जाने की सूचना से हर कोई दुखी हो गया.
प्रभु राम अयोध्या से निकलने के बाद वन - वन भटकने लगे, फिर दंडकारण्य में कुटिया बनाकर रहने लगे. इसी दौरान रावण की बहन शूर्पणखा उनके पास विवाह का प्रस्ताव लेकर आई.
विवाह के प्रस्ताव को प्रभु राम ने इन्कार कर दिया. तो उन्होंने कहा कि आपके यहां तो दो- तीन विवाह होते हैं. इस पर प्रभु ने कहा लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा.
साथ ही साथ प्रभु ने कहा कि हमारा विवाह हो चुका है तो शूर्पणखा माता सीता की तरफ बढ़ी इसी दौरान लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काट दी.
शूर्पणखा के जाने के बाद प्रभु ने कहा कि लक्ष्मण मैं सिर्फ एक ही विवाह किया हूं, दूसरा विवाह नहीं कर सकता हूं. सीता के अलावा इस दुनिया की सभी स्त्रियां मेरी मां और बहन हैं.
साथ ही साथ कहा कि पिता ने एक मां के होते हुए जब दूसरा विवाह किया तो उन्हें कष्ट तो हुआ होगा न, ऐसे में जब एक स्त्री के होते हुए दूसरी स्त्री आती है तो उसको कष्ट होता है.
यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं पर आधारित है. इसे जुड़ी ज्यादा जानकारी आप धर्मग्रंथों के माध्यम से ले सकते हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़