राजस्थान के किसान की 3 बेटियों ने रचा इतिहास, एक साथ PhD की डिग्री हासिल कर बनाया रिकॉर्ड
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राजस्थान के किसान की 3 बेटियों ने रचा इतिहास, एक साथ PhD की डिग्री हासिल कर बनाया रिकॉर्ड

सरित तिलोतिया, जिन्होंने भूगोल में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की है. दूसरी का नाम है किरण तिलोतिया है. जिन्होंने केमिस्ट्री में अपनी पीएचडी कम्प्लीट की है और तीसरी का नाम है अनिता तिलोतिया, जिन्होंने एजुकेशन में अपना डॉक्टरेट पूरा किया है.

राजस्थान के किसान की 3 बेटियों ने रचा इतिहास, एक साथ PhD की डिग्री हासिल कर बनाया रिकॉर्ड

नई दिल्ली: राजस्थान के झुंझुनू (jhunjhunu) की रहने वाले तीन सगी बहनों ने एक साथ पीएचडी (PhD) की डिग्री पूरी कर इतिहास रच दिया है. पूरे प्रदेश में यह पहला मौका है जब तीन बहनें एक साथ पीएचडी की पढ़ाई पूरी की हैं. इनमें एक नाम सरित तिलोतिया, दूसरी का नाम किरण तिलोतिया और तीसरी बहन का नाम अनिता तिलोतिया है. सबसे बड़ी बात तीनों बहनों का जन्म किसान परिवार के घर हुआ था. यही कारण था कि तीनों की शादी भी जल्द कर दी गई थी. बावजूद इसके तीनों ने पढ़ाई नहीं छोड़ी. 

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सरित तिलोतिया, जिन्होंने भूगोल में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की है. दूसरी का नाम है किरण तिलोतिया है. जिन्होंने केमिस्ट्री में अपनी पीएचडी कम्प्लीट की है और तीसरी का नाम है अनिता तिलोतिया, जिन्होंने एजुकेशन में अपना डॉक्टरेट पूरा किया है. तीनों बहनों को जगदीशप्रसाद झाबरमल टीबड़ेवाला विश्वविद्यालय (Shri Jagdishprasad Jhabarmal Tibrewala University), जयपुर की तरफ डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया है.

देश के प्रति योगदान देना चाहती हैं तीनों बहनें 
पीएचडी की डिग्री से सम्मानित तीनों बहनें देश के प्रति अपना योगदान देने की चाह रखती हैं और शिक्षा के माध्यम से भारत को एक नई बुलंदी तक पहुंचाना चाहती हैं. ये देश में दूसरी दफा है, जब एक साथ तीनों बहनें डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित की गई हैं. इससे पहले, मध्य प्रदेश की तीनों बहनों को एक साथ पीएचडी की डिग्री से सम्मानित किया गया था.

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पीएचडी की डिग्री एक साथ मिलने की वजह से तीनों बहनें खुश हैं. सरित ने बताया कि उनकी शादी 16 वर्ष में ही कर दी गई थी. इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी. सरित ने कहा कि पिता हमेशा कहते थे पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है और न सपने कभी खत्म होते हैं. पिता की ये बात हमेशा जहन में रहती थी. जिसकी वजह से हम लोगों ने यह मुकाम हासिल किया है. 

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