इस वित्त वर्ष में पहली बार शिवराज सरकार ने लिया 2 हजार करोड़ का कर्ज, कहा-इसकी जरूरत
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इस वित्त वर्ष में पहली बार शिवराज सरकार ने लिया 2 हजार करोड़ का कर्ज, कहा-इसकी जरूरत

वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि योजनओं के संचालन के लिए हर सरकार को कर्ज की आवश्यकता होती है. 

शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश (फाइल फोटो)

भोपालः मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने 13 जुलाई को 2 हजार करोड़ का कर्ज लिया है. इस वित्त वर्ष में सरकार का यह पहला कर्ज है. प्रदेश के वित्त मंत्री का कहना है कि सरकार ने यह कर्ज प्रदेश में चल रही सरकारी योजनाओं को पूरा करने के लिए लिया गया है. 

आवश्यकतानुसार लिया गया कर्ज 
सरकार द्वारा लिए गए कर्ज पर प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि योजनओं के संचालन के लिए हर सरकार को कर्ज की आवश्यकता होती है. उन्होंने विकास और जन कल्याणकारी योजनाओं के लिए यह कर्ज लिया गया है. कई व्यवस्थाओं के लिए कर्ज लेना पड़ता है कर्जा लेकर ही तो सरकार कर्जा चुका पाती है.  

जगदीश देवड़ा ने कहा कि इस वक्त जो योजनाएं संचालित हो रही हैं, उन योजनाओं के संचालन के लिए ही यह कर्ज लिया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि इस वित्त वर्ष में यह पहला कर्ज लिया है. सरकार विकास की योजनाओं को चलाने के लिए पूरा रोड मेप बना चुकी हैं. क्योंकि इन योजनाओं से राजस्व अर्जित भी किया जाएगा. 

कमलनाथ सरकार ने कुछ नही किया इसलिए घर बैठ गयी
वहीं कर्ज लिए जाने पर कांग्रेस ने भी तंज कसा, जिस पर पलटवार करते हुए वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार कर्ज लिया गया है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ को भी 15 महीने तक शासन करने का मौका मिला. 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने कुछ नहीं किया उसी का परिणाम है कि कांग्रेस घर बैठ गई. 

15 महीने की कमलनाथ सरकार ने थोक बंद तबादले किए, सीएम शिवराज ने जो जन कल्याणकारी योजनाएं बनाएं थी, उनको बंद करने का इस सरकार ने किया था और जितना भ्रष्टाचार कर सकते थे उस की चरम सीमा पार कर दी थी. वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि कांग्रेस सरकार का जनता पर फोकस नहीं था, उनका फोकस खजाने पर था. इसलिए जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है. 

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