रोजेदार कोरोना काल में फरिश्ते बन कर रहे मरीजों की मदद, गाड़ी को एम्बुलेंस बनाकर दे रहे फ्री सेवा
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रोजेदार कोरोना काल में फरिश्ते बन कर रहे मरीजों की मदद, गाड़ी को एम्बुलेंस बनाकर दे रहे फ्री सेवा

उज्जैन के तनवीर मेनन 4 लोगों के साथ मिलकर इको गाड़ी को एम्बुलेंस बनाया और वह मरीजों को निशुल्क सेवा दे रहे हैं. वह ये नेक काम लोगों की मदद करने के लिए कर रहे हैं.

फाइल फोटो

उज्जैन: कोरोना संकट के बीच जंहा हर तरफ अस्पतालों बेड और ऑक्सीजन की कमी हो रही है. वहीं दूसरी ओर देश भर में कई लोग आपदा को अवसर में बदलने पर लगे हैं. जो मरीज और उनके परिजनों को लूटने के एक मौका नहीं छोड़ रहे हैं. लेकिन इन सब के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दूसरों के दर्द को समझ रहे हैं और सेवा करने में जुट रहे हैं. 

ऐसे ही एक सज्जन पुरुष तनवीर मेमन उज्जैन में भी हैं, जो कार बाजार का काम करते हैं. कुछ दिन पहले उनके किसी परिचित ने उन्हें बताया कि कोरोना की वजह से उज्जैन से इंदौर जाने के लिए एम्बुलेंस का किराया 7000 हजार रुपए देना पड़ रहा है. तभी से उन्होंने मरीजों से लिए निशुल्क सेवा देना शुरू कर दिया है. उनकी एम्बुलेंस सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक मरीजों के लिए उपलब्ध रहती है.

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घर में रखी इको कार को बनाया एम्बुलेंस
तनवीर मेमन ने बताया की किस तरह से एंम्बुलेंस वाले ने उनके मित्र से इंदौर तक ले जाने के लिए 7 हजर रुपए ऐंठ लिए थे. जिसके बाद तनवीर ने इमरान के साथ मिलकर घर में रखी एक इको कार को बदलकर एम्बुलेंस में बदल दिया. जिसमें मरीज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर, सैनिटाइजर, फर्स्ट एड बॉक्स, मास्क सहित अन्य सामन भी रहता है.

उन्होंने दो नंबर 9425092196 और 70003 66498  सोशल मीडिया पर जारी कर एम्बुलेंस बुलवाने की सुविधा मरीजों और उनके परिजनों के लिए शुरू की.तनवीर बताते है कि मरीज को घर से लेना हो या किसी मरीज को अस्पताल से घर छोड़ना हो, या फिर किसी को सिटी स्केन करवाना हो. सभी कामों के लिए अब रोजाना 10 से अधिक कॉल रोजाना आने लगे हैं. 

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ड्राइवर न होने पर तनवीर खुद चलाते हैं एम्युलेंस
तनवीर ने बताया कि जब ड्राइवर नहीं होता तो वह खुद मरीज को लेने पहुंचते हैं. बता दें कि इस नेक काम में उनके साथ कुल चार लोग शामिल है. इसमें तनवीर खुद, इमरान अली, फिरोज खान और ड्राइवर भगवान भाई हैं. उनकी मानें तो गाड़ी बनाने में इंदौर के एक मित्र ने भी उनकी मदद की. लेकिन अब जो भी खर्च आ रहा है वो तनवीर खुद उठा रहे हैं. जैसे ऑक्सीजन सिलंडर रिफिल , गाड़ी का पेट्रोल, ड्राइवर की सैलरी समेत अन्य खर्चे.इसके आलावा तनवीर ने अब तक 25 ऑक्सीजन सिलेण्डर खुद ने खरीद कर घर पर रह रहे मरीजों को उपलब्ध कराए हैं.

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