विहिप नेता पप्पू वर्मा ने इस घटना को बहुत ही गम्भीर बताया है और प्रशासन से तुरंत हमला करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है.
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विदिशा/दीपेशः हाल ही में विदिशा के मुरवास में सरपंच पति की वन माफिया द्वारा ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई थी. अब रविवार को गांव में फिर से तनाव की स्थिति बन गई है. दरअसल रविवार को विश्व हिंदू परिषद के एक नेता पीड़ित परिजनों से मिलने गांव जा रहे थे. उसी दौरान रास्ते में एक वर्ग विशेष के लोगों द्वारा विहिप नेता की गाड़ी पर हमला कर दिया गया. इस दौरान गोली चलने की भी खबर है. इस घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है.
दर्जनभर लोगों ने किया हमला
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री खगेंद्र भार्गव रविवार को पीड़ित परिवार से मिलने गांव गए थे. इसी दौरान रास्ते में वर्ग विशेष के दर्जनभर से ज्यादा लोगों ने विहिप नेता की गाड़ी पर हमला कर दिया. हमलावरों ने विहिप नेता की गाड़ी पर पथराव किया. इस दौरान गोली चलने की भी बात कही जा रही है. घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
VHP ने किया बयान जारी
विहिप नेता की गाड़ी पर हुए हमले के बाद हिंदूवादी संगठन ने एक बयान जारी कर नाराजगी जाहिर की है. बयान में कहा गया है कि मुरवास लटेरी - संतराम बाल्मिकी को श्रद्धांजलि देने गये, विहिप प्रान्त संगठन मंत्री खगेन्द्र भार्गव की गाड़ी पर अचानक हमला और फायरिंग की गई.
वहीं विहिप नेता पप्पू वर्मा ने इस घटना को बहुत ही गम्भीर बताया है और प्रशासन से तुरंत हमला करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है. विहिप नेता ने यह चेतावनी भी दी है कि "अगर प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है तो हिंदू समाज खुद उत्तर देगा."
प्रशासन ने लगाया कर्फ्यू
घटना के बाद मुरवास में दो समुदायों के बीच विवाद के हालत पनप गए हैं. ऐसे में स्थिति को देखते हुए कलेक्टर पंकज जैन ने मुरवास में कर्फ्यू लगा दिया है. साथ ही जिला मुख्यालय से बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मुरवास में तैनात कर दी गई है. इतना ही नहीं प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं और हालात पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या है मामला
बता दें कि हाल ही में लटेरी के मुरवास गांव में वन माफिया ने सरपंच आशादेवी के पति संतराम बाल्मिकी की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी. दरअसल प्रधान पति ने वन माफिया द्वारा वन विभाग की जमीन कब्जाने की शिकायत प्रशासन से कर दी थी. जिसके बाद से ही दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था. आरोपी के वर्ग विशेष से जुड़े होने के चलते इस घटना से माहौल सांप्रदायिक हो गया है. भाजपा नेताओं ने भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन पर दबाव बनाया हुआ है.