मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल जीवन मिशन और नमामि गंगे के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि इस साल अगस्त तक विंध्य-बुंदेलखंड के हर घर को नल से पानी मिलना चाहिए. एक समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि महोबा में कभी सूखी जमीन हुआ करती थी, वहां अब हर घर में नल का पानी पहुंचने वाला है और ये यूपी का पहला ऐसा जिला बनने की राह पर है.


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टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नमामि गंगे प्रोजेक्ट के प्रमुख सचिव, अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी पहुंचाने के इस कार्यक्रम के तहत, महोबा पहला जिला बन जाएगा जहां पूरे ग्रामीण क्षेत्र को पाइप के माध्यम से पानी मिलेगा. उन्होंने बताया कि 'लक्ष्य पूरा करने के लिए रोजाना 50 हजार नल कनेक्शन लगाने होंगे'


एक अधिकारी ने बताया कि महोबा को यूपी का पहला जिला माना जा रहा है जहां 31 जुलाई तक सभी घरों में नल जल कनेक्शन होंगे. सोमवार को समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगस्त के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर दिन 50,000 नल कनेक्शन लगाए जाएं. 


जल जीवन मिशन के लिए जून 2023 के सर्वेक्षण में, यूपी के तीन जिले, गौतम बुद्ध नगर, जालौन और शाहजहांपुर सबसे ऊपर थे. वहीं, मैनपुरी, औरैया और आज़मगढ़ का नाम भी टॉप जिलों में शामिल है. सीएम ने कहा कि बुन्देलखण्ड और विंध्य दोनों क्षेत्र सरकार की प्राथमिकता में हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि महोबा के बाद झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, मीरजापुर और सोनभद्र में भी अगले दो माह के अन्दर शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किए जाए. 


'98,445 गांवों में से 91,919 में काम प्रगति पर है. गांवों में वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. विंध्य-बुंदेलखंड क्षेत्र में पाइप से पेयजल आपूर्ति के लिए बिजली कनेक्शन देने में अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिए. नमामि गंगे और बिजली इसके लिए विभाग समन्वय बनाकर काम करें. बुन्देलखण्ड में जल आपूर्ति में जलाशयों की प्रमुख भूमिका है, लेकिन इनमें गाद की समस्या है. सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग इनसे गाद निकालने की कार्रवाई करें.'