Manipur Violence Latest Updates: मणिपुर में आज एक ऐतिहासिक घटना होने जा रही है. वहां पर 20 साल बाद पहली बार हिंदी फिल्म दिखाई जाएगी. प्रदेश के एक आदिवासी संगठन ने इस बारे में बड़ा ऐलान किया है.
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Manipur Violence Latest News: पिछले 3 महीने से हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में 20 साल बाद पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर एक हिंदी फिल्म दिखाई जाएगी. आदिवासी छात्रों के संगठन हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (HSA) ने चुराचांदपुर के रेंगकाई (लाम्का) में मंगलवार यानी आज शाम को एक हिंदी फिल्म दिखाने की योजना बनाई है. संगठन ने सोमवार देर रात जारी एक बयान में कहा कि वे देश के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को सार्वजनिक रूप से एक हिंदी फिल्म प्रदर्शित करेंगे.
दासता की चादर को उतार फेंकने का फैसला
हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (HSA) ने बयान में कहा, , 'यह आतंकी समूहों और मैतेई समर्थक मणिपुर (Manipur Violence Updates) राज्य सरकार के प्रति हमारी अवज्ञा और विरोध को दर्शाने के लिए है, जिन्होंने दशकों से आदिवासियों को अपने अधीन कर रखा है. अबकी बार आदिवासियों ने दासता की इस चादर को उतार फेंकने का फैसला किया है.'
'हिंदी फिल्मों पर लगा दिया था बैन'
संगठन ने अपने बयान में कहा, राज्य में कानून बहाल करने में मणिपुर (Manipur Violence Updates) के आदिवासियों ने भारतीय सेना की मदद की थी. जिससे खफा होकर आतंकवादी समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट/कंगलेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी के कैडरों ने वर्ष 1998 में हिंदी फिल्में दिखाने पर बैन लगा दिया था. उस वक्त प्रदर्शित हुई आखिरी हिंदी फिल्म 'कुछ कुछ होता है' थी. इसके बाद वर्ष 2006 में आतंकियों ने 20 से ज्यादा हमार महिलाओं और कुछ नाबालिगों के साथ बलात्कार किया था.
'आतंकियों से आजादी की घोषणा'
हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (HSA) ने बयान में कहा, 'हम उन राष्ट्र-विरोधी आतंकवादी समूहों से अपनी 'आज़ादी' की घोषणा करेंगे, जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस के बहिष्कार की घोषणा की है.' संगठन ने प्रदेश (Manipur Violence Updates) के लोगों से अपील की कि स्वतंत्रता और न्याय के लिए हमारी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लेने में हमारे साथ शामिल हों. हालांकि HSA ने आज प्रदर्शित होने वाली हिंदी फिल्म के नाम का खुलासा नहीं किया.
(एजेंसी आईएएनएस)