गोरखपुर: गोरखपुर (Gorakhpur) में प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पुलिस हिरासत में संदिग्ध मौत (Manish Gupta Murder Case) के बाद फरार चल रहे पुलिसकर्मियों पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है. आरोपी पुलिस वालों पर पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जिसे बढ़ाकर अब 1 लाख रुपये कर दिया गया है.


हरेक आरोपी पर इनाम 1-1 लाख किया गया


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कानपुर पुलिस कमिश्नरेट (Kanpur Police) ने बयान जारी करके कहा कि फरार पुलिस वालों के बारे में सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और साथ ही उसे प्रत्येक आरोपी के हिसाब से 1-1 लाख रुपये का इनाम भी दिया जाएगा. पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मियों की फोटो भी जारी की है और उन्हें पकड़वाने के लिए जनता से मदद की अपील की है. 



27 सितंबर को हुई थी मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत


बताते चलें कि कानपुर के रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता अपने 2 साथियों के साथ काम के सिलसिले में गोरखपुर गए थे. वे 27 सितंबर को गोरखपुर में कृष्णा इन नाम के होटल में ठहरे थे. तभी एसएचओ जगत सिंह नारायण और उनके साथ के पुलिस वालों ने रात 12 बजे चेकिंग के नाम पर उन्हें जगाया. जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें पकड़कर थाने ले जाया गया.


अब तक फरार चल रहे आरोपी पुलिसकर्मी


आरोप है कि वहां पर पीट-पीटकर उनकी हत्या (Manish Gupta Murder Case) कर दी गई. इस घटना के बाद मृतक की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की गुहार पर योगी सरकार ने जांच कानपुर ट्रांसफर कर दी है. कानपुर कमिश्नरेट ने फरार हो चुके इन पुलिस वालों को पकड़ने के लिए पहले 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसके बढ़ाकर अब 1-1 लाख रुपये कर दिया गया है. 


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पब्लिक के लिए जारी किए गए फोटो


कानपुर पुलिस ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि फरार इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, SI अक्षय कुमार मिश्रा, SI विजय यादव, SI राहुल दुबे, हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव और कांस्टेबल प्रशांत कुमार अब तक जांच टीम के सामने पेश नहीं हो पाए हैं. इसलिए उनके फोटो समेत इनाम बढ़ाने की सूचना प्रदेश के सभी थानों को सर्कुलेट कर दी गई है. 


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