(के टी अल्फी)/ उत्तर 24 परगानाः अक्सर हमें सुनने में आता है कि लोग सरकारी योजनाओं का गलत तरीके से फायदा उठाते हैं. जिनको सच में इन योजनाओं की आवश्यकता होती है उनको इसका लाभ न मिलकर यह उन लोगों को यह योजनाएं मिल जाती है जिन्हें इसकी कोई जरूरत नहीं होती. उत्तर 24 परगना से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर तो ले लिया, लेकिन बाद में उसने इसे रुपयों के लालच में बेच दिया. जिसके बाद घर को बेचने के एवज में पैसे ले के फर्जीवाड़ा करने के आरोप में एक आदमी को गिरफ्तार किया गया है.


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राजस्थान: 'किसान ऋण माफी' योजना में अनियमितता की है आशंका, सरकार करवा रही है जांच


घटना बारासात के अपोनपल्ली की है, जहां आरोपी आमोल मालाकर मध्यमग्राम म्युनिसिपेलिटी के कोरा नबारुण पल्ली में कुछ साल पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर बनाया. जिसके बाद आरोपी ने बीते कुछ दिनों पहले बारासात के अपोनपल्ली के रहने वाले कुमुद बिस्वास से घर 16 लाख रुपये में बेचने की कोशिश की. जानकारी के अनुसार आरोपी ने जिस व्यक्ति को यह घर बेचा उसने उससे दो बार 74 रुपये लिए थे. ऐसे में जब कुमुद बाबू उस जमीन पर लोन लेने गए तो कुमुद बाबू चिंता में पड़ गए क्योंकि उस जमीन पर लोन नहीं मिल रहा था.


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ऐसे में कुमुद बाबू ने बाद में जब अमोल से अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन अमोल ने रुपये लौटाने से साफ इंकार कर दिया. जिसके बाद कुमुद बाबू ने मध्यमग्राम थाने में शिकायत दर्ज करवा दी है. वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर अमोल मालाकार को गिरफ्तार कर लिया है. म्युनिसिपेलिटी के प्रधान रथिन घोष ने बताया की घर बेचने की बात उन्हें नहीं बताई गई थी. घर के बाहर लोगों को भी लगा दिया गया है कि बिना जानकारी के घर नहीं बेच सकते. उधर विरोधी पक्ष ने बताया की घर बनाने और बेचने को लेकर के राजनीति हो रही है .