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नई दिल्ली: पंजाब के जिस इलाके में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को रोका गया वह फिरोजपुर जिला काफी संवेदनशील माना जाता है. पाकिस्तान की सीमा से सटा होने की वजह से यहां हमेशा सख्ती रहती है. जिस इलाके में प्रधानमंत्री मोदी का काफिला रुका था, वह जगह भी पाकिस्तान सीमा से महज कुछ किमी दूरी पर है. इस क्षेत्र में कई बार टिफिन बम और विस्फोटक भी बरामद हो चुके हैं.
नवंबर में दिवाली से पहले भी भारत-पाक सीमा के गांव से पुलिस ने टिफिन बम बरामद किया था. यहां से हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए जा चुके हैं और अब फिरोजपुर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सतलुज नदी से एक पाकिस्तानी नाव बरामद की है. बरामदगी के वक्त यह नाव खाली थी. सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है. यह पता लगाया जा रहा है कि यह नाव यहां कब आई, इसमें कौन लोग सवार थे और इसे यहां लाए जाने का मकसद क्या था.
बीएसएफ का इस बोट के पाकिस्तानी होने का दावा इसलिए है, क्योंकि जिस जगह यह बोट मिली है, वहां सतलुज नदी पाकिस्तान से निकलकर भारत में दाखिल होती है. यह नाव पाकिस्तान की तरफ से नदी के बहाव के साथ आई है. हालांकि यह नाव अचानक ही आ गई या किसी ने जानबूझकर किसी मकसद से भेजी है, इसे लेकर जांच जारी है. जांच में जुटी BSF ने अभी तक इस पर कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया है.
सतलुज नदी में पाकिस्तानी बोट मिलने के बाद बीएसएफ ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. बीएसएफ की टीम आसपास के इलाकों को खंगालने में जुट गई है. यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं कुछ लोग नाव में सवार होकर भारतीय सीमा में तो नहीं आए. हालांकि अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा है.
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पको बता दें कि सतलुज नदी में जो पाकिस्तानी नाव मिली है, वह उस जगह मिली है, जहां से नदी पाकिस्तान में प्रवेश करती है. इस पाकिस्तानी नाव की बरामदगी इसलिए अहम है, क्योंकि दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला यहां फंसा था. उनकी सुरक्षा में चूक का मुद्दा राष्ट्रीय बहस का विषय बन चुका है.
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