रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि हम कोशिश करेंगे कि आगे भी यह सीट भगवान शिव के लिए रिजर्व रखी जाए.
'काशी महाकाल एक्सप्रेस' के कोच B5 में सीट नंबर 64 पर भगवान की तस्वीर को बड़ी साज-सज्जा के साथ रखा गया. भारतीय रेलवे के इतिहास में यह पहली बार है जब बाबा महाकाल के लिए ट्रेन में सीट रिजर्व की गई. बता दें कि यह ट्रेन रविवार को वाराणसी से इंदौर के लिए रवाना हुई है.
वाराणसी से इंदौर के बीच सप्ताह में तीन बार चलने वाली इस ट्रेन में भक्ति भाव वाली हल्की ध्वनी से संगीत बजेगा. रविवार को ट्रेन में 'ओम नम: शिवाय' की धुन बज रही थी. ट्रेन के प्रत्येक कोच में दो निजी गार्ड होंगे और यात्रियों को शाकाहारी खाना परोसा जाएगा.
यह देश की तीसरी प्राइवेट ट्रेन है. ट्रेन वाराणसी कैंट स्टेशन से मंगलवार और गुरुवार को दोपहर 2.45 बजे और रविवार को दोपहर 3.15 बजे चलेगी और दूसरे दिन सुबह 8:30 बजे उज्जैन महाकालेश्वर और 9.40 बजे इंदौर ओंकारेश्वर पहुंचेगी. ट्रेन का परिचालन भारतीय रेलवे के IRCTC द्वारा किया जाएगा.
अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि काशी महाकाल एक्सप्रेस यूपी और मध्य प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों को जाने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा देगी. इससे दोनों ही प्रदेशों के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
वाराणसी से इंदौर के बीच 20 फरवरी से चलाई जाने वाली काशी-महाकाल एक्सप्रेस में 8 तीर्थस्थलों के भ्रमण का पैकेज भी होगा. आईआरसीटीसी ने वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, इंदौर, उज्जैन, भोपाल के धार्मिक व पर्यटन स्थलों के लिए पैकेज तैयार किया है.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि काशी महाकाल एक्सप्रेस यूपी और मध्य प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों को जाने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा देगी. इससे दोनों ही प्रदेशों के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
काशी महाकाल एक्सप्रेस में भगवान शिव का सीट रिजर्व करने के मामले पर राजनीति शुरू हो गई है. AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. ओवैसी ने ट्वीट कर पीएम मोदी को भारतीय संविधान के प्रस्तावना की याद दिलाई है.
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