सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से जुड़ी कुछ तस्वीरें वायरल करके झूठे दावे किए जा रहे हैं.
दावा - कोविड-19 की दवाई मिल गई है.
सच्चाई - ये कोरोना की दवा नहीं है, जांच किट है.
दावा - एक कपल जिन्होंने 134 कोरोना के पीड़ितों का इलाज करने के बाद संक्रमण का शिकार हो गए.
सच्चाई - ये तस्वीर किसी डॉक्टर कपल की नहीं है. ये फोटो एयरपोर्ट पर एक जोड़े की है.
दावा- इटली में कोरोना वायरस की बीमारी से मरे लोगों की लाशें सड़कों पर पड़ी हैं. कोरोना के संक्रमण के खौफ से बचने के लिए परिवार के लोग अंतिम संस्कार नहीं कर रहे है.
सच्चाई - ये फोटो 2011 में रिलीज हुए एक इंग्लिश फिल्म कांटेजिअन का सीन है.
दावा - रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने लॉकडाउन करने के लिए सड़कों पर 500 शेर छोड़ने का आदेश दिया है.
सच्चाई - ये फोटो एक फिल्म का सीन है.
दावा - डॉक्टर रमेश गुप्ता की किताब जंतु विज्ञान में कोरोना का इलाज है.
सच्चाई - ये झूठ है.
दावा - कोरोना वायरस के मुश्किल समय को देखते हुए जियो कंपनी अपने यूजर्स को 498/- रुपये फ्री रीचार्ज दे रही है.
सच्चाई - जियो कंपनी ने ऐसा कोई दावा नहीं किया है.
दावा- इटली में कोरोना से मरने वालों की लाश बहुत सारे ताबूतों में रखी गई है. इन्हें परिवार वाले लेने नहीं आ रहे हैं.
सच्चाई - यह फोटो 7 साल पुराने एक हादसे की तस्वीर है, कोरोना से इसका कोई संबंध नहीं है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़