भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर भले ही कमजोर पड़ गई हो लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. एक्सपर्ट्स लगातार तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं लेकिन लोगों में इसे लेकर लापरवाही साफ देखने को मिल रही है. कहीं लोग बिना मास्क लगाए बाजार घूम रहे हैं तो कहीं सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. इस बीच खबर है कि भारत की पहली कोविड-19 पेशेंट (First Covid-19 Patient of India) एक बार फिर वायरस से संक्रमित पाई गई हैं.
केरल के त्रिशूर (Thrissur) की डीएमओ डॉक्टर के जे रीना (Thrissur DMO Dr K J Reena) ने बताया कि देश की पहली कोरोना पॉजिटिव पेशेंट एक बार फिर से वायरस की चपेट में आ गई. उन्होंने कहा कि उसकी RT-PCR जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई जबकि एंटीजन टेस्ट में संक्रमण नहीं पाया गया. वह एसिंप्टोमेटिक है, उसमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई नहीं दिए.
डॉक्टर रीना ने बताया कि वह पढ़ाई के लिए नई दिल्ली जाने की तैयारी कर रही थी. इस दौरान उसके नमूनों की RT-PCR जांच की गई, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई. वह फिलहाल होम आइसोलेशन में है और उसकी तबीयत ठीक है.
बता दें कि 30 जनवरी 2020 को वुहान यूनिवर्सिटी की मेडिकल की थर्ड ईयर की छात्रा कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थी. सेमेस्टर की छुट्टियों में वह अपने घर आई थी तभी उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. वह देश की पहली कोविड-19 रोगी बन गई थी.
इसके बाद त्रिशूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करीब तीन हफ्ते तक उसका इलाज चला था. दो बार उसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसके संक्रमण से उबरने की पुष्टि हुई और 20 फरवरी 2020 को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बार फिर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दी है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि दुनिया में कोरोना वायरस की तीसरी लहर दिखाई दे रही है, हमारे देश में तीसरी वेव न आए इसके लिए हम सब को एक साथ मिलकर इससे लड़ना होगा.
उन्होंने कहा कि UK में केस कम होने के बाद फिर से बढ़ने लगे हैं. रोजाना 34 हजार नए मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. इसी तरह से रूस में भी कोरोना ने नए मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहां रोजाना 25 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. वहां रोजाना 13 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं. इडोनेशिया में करीब 40 हजार केस दर्ज किए जा रहे हैं.
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