National Banana Day 2022: आज नेशनल बनाना डे (National Banana Day) यह दिवस हर साल अप्रैल के तीसरे बुधवार को मनाया जाता है. इस बार यह दिवस 20 अप्रैल को पड़ रहा है. केले को दुनिया के सबसे पुराने फल के रूप में माना जाता है. यह फल दुनियाभर के देशों में पाया जाता है. हालांकि सब जगह इसकी वैरायटी अलग-अलग होती हैं.
माना जाता है कि केले (Banana) की उत्पत्ति दक्षिण पूर्व एशिया यानी मलेशिया, इंडोनेशिया या फिलीपींस के जंगलों में हुई. आज भी इन देशों में कई प्रकार के जंगली केले उगते हैं, जिनमें से कई बेहद स्वादिष्ट होते हैं. केले को अंग्रेजी में Banana नाम देने का श्रेय अफ्रीकियों को दिया जाता है. वहीं हिंदी में केला शब्द अरबी के शब्द 'उंगली' से आया माना जाता है.
दुनिया भर में केले (Banana) की 1000 से अधिक विभिन्न किस्में उगाई जाती हैं. इन किस्मों को 50 समूहों में बांटा जा सकता है. इनमें से कई समूह काफी मीठे होते हैं. जैसे कि कैवेंडिश किस्म, जो सबसे आम और सबसे व्यापक रूप से निर्यात की जाने वाली किस्म है. इसका नाम मूसा कैवेन्डिशी के नाम पर रखा गया है और इसे पहली बार 1830 में यूके के चैट्सवर्थ हाउस में उगाया गया था.
भारत की बात करें तो यहां पर केले (Banana) की करीब 33 वैरायटीज पाई जाती हैं. इनमें से 12 किस्में बेहद स्वादिष्ट मानी जाती हैं. इन स्वादिष्ट किस्मों में इलाइची या येलक्की केला भी शामिल है. छोटे आकार वाले ये केले बहुत मीठे होते हैं और पौष्टिक गुणों से भरपूर होते हैं. वहीं Rasthali केला दक्षिण भारत, बिहार और झारखंड में उगाया जाता है. यह मध्य आकार का केला होता है. इनके अलावा पूवन, भिन्डी केला, भीम कोल, नंदन, थेला चक्करकेली और कर्पुरवल्ली किस्म भी स्वादिष्ट होती हैं.
डायबिटीज के मरीजों के लिए हमेशा थोड़ा हरा केला (Banana) खाना बेहतर होता है क्योंकि पके केले की तुलना में उनका जीआई कम होता है. अगर आपमें पोटेशियम का लेवल कम है तो आपका शरीर कम इंसुलिन बनाएगा, जिससे आपमें ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाएगा.
केले के दुष्प्रभाव काफी कम पाए जाते हैं. हालांकि कभी-कभार केला खाने से सूजन, गैस, ऐंठन, नरम मल, मितली और उल्टी की समस्या हो सकती है. बहुत अधिक मात्रा में, केले खाने से खून में पोटेशियम का लेवल बढ़ सकता है. वहीं कुछ लोगों को केले खाने से एलर्जी भी हो जाती है.
केले (Banana) को रोजाना खाया जा सकता है. शरीर का वजन बढ़ाने और पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में यह शानदार योगदान करता है. आप रोजाना 1 या 2 केले का सेवन कर सकते हैं. हालांकि इससे ज्यादा केला खाने से आपको नुकसान हो सकता है.
आयुर्वेद के मुताबिक केला (Banana) खाने के बाद सोना ठीक नहीं रहता है. ऐसा करने से वह बलगम पैदा कर सकता है, जिससे रात में उसे खाकर सोने से आपका गला बंद भी हो सकता है. इसके अलावा केला एक भारी फल है और हमारे पेट को इसे पचने में काफी समय लगता है. ऐसा इसलिए क्योंकि रात में हमारा मेटाबॉलिज्म सबसे कम होता है.
सुपर-फूड के रूप में जाना जाने वाला केला (Banana) भूख को शांत करता है और पाचन के लिए अच्छा होता है. हालांकि केले में बड़ी मात्रा में मैग्नीशियम और पोटेशियम होता है. ऐसे में खाली पेट केला खाने से हमारे ब्लड में मैग्नीशियम और पोटेशियम के लेवल को असंतुलित कर सकता है.
इस फल की यह विशेषता होती है इस में कभी कीड़ा नहीं लगता क्योंकि इसमें साइनाइट नामक रासायनिक तत्व होता है. इसकी वजह से केले में कभी कीड़ा नहीं लग पाता. इसमें पोटेशियम, विटामिन बी 6, विटामिन सी और विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं, जिसे हमारा शरीर फिट रहता है.
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