मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीकी चिकित्सा संघ की अध्यक्ष डॉक्टर एंजेलिक कोएत्जी (Angelique Coetzee) ने बताया कि पहले के स्ट्रेन की तुलना में ओमिक्रॉन के लक्षण (Omicron Variant Symptoms) अलग हैं. ओमिक्रॉन के मुख्य लक्षण के बारे में एंजेलिक कोएत्जी ने बताया कि मरीजों में सबसे ज्यादा थकान, शरीर में दर्द और सिरदर्द देखने को मिल रहे हैं. इसके अलावा कुछ मरीजों में कमजोरी की भी शिकायत सामने आई है. उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी मरीज ने सूंघने की क्षमता खत्म होने या फिर स्वाद नहीं मिलने या फिर नाक जाम होने और तेज बुखार का जिक्र नहीं किया है, जो डेल्टा वेरिएंट के सबसे बड़े लक्षण हैं.
कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को महामारी के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है, लेकिन दोनों डोज ले चुके लोग भी कोविड-19 से संक्रमित हो रहे हैं. हालांकि वैक्सीन ने गंभीर संक्रमणों को रोकने में मदद की है. इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु के जोखिम को भी कम किया है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना वैक्सीन ले चुके लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के लक्षण अलग हैं. वैक्सीनेटेड लोगों में सिर दर्द, नाक बहना, जोड़ों में दर्द, गले में खराश कुछ ऐसे लक्षण हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद प्रतिरक्षा-बचाव तंत्र विकसित होता है, जो वायरस से बचने में मदद करता है. वहीं वैक्सीन नहीं लेने वाले लोगों में संक्रमित होने और गंभीर बीमारी विकसित होने का अधिक जोखिम रहता है.
जिन लोगों ने अब तक कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की एक भी डोज नहीं ली है, उनमें ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के लक्षण बिल्कुल अलग हैं और बेहद गंभीर हो सकते हैं. अनवैक्सीनेटेड लोगों को कोविड-19 के आम लक्षणों के अलावा सांस लेने में तकलीफ और सांस फूलने जैसे गंभीर लक्षणों का अनुभव भी हो सकता है.
यह पता चला है कि कोविड-19 का ओमिक्रॉन वेरिएंट, डेल्टा की तुलना में हल्का है. डॉक्टरों ने नोट किया है कि अधिकांश संक्रमित रोगियों में सर्दी जैसे लक्षण विकसित होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं. गले में खराश के अलावा, ओमिक्रॉन के कुछ अन्य लक्षणों में थकान, बुखार, शरीर में दर्द, रात को पसीना, छींकना, नाक बहना, मतली और भूख न लगना शामिल हैं. डेल्टा वेरिएंट के विपरीत, ओमिक्रॉन से गंध और स्वाद ना आने की संभावना कम होती है.
कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए सबसे सटीक तरीका RT-PCR टेस्ट है. इसलिए जब भी आपके अंदर ये लक्षण दिखे तो जल्द से जल्द अपनी जांच कराएं. जिन लोगों में सर्दी के लक्षण दिखते हैं, उन्हें कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है, ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके. इसके साथ ही यह भी सलाह दी जाती है कि जब तक टेस्ट रिपोर्ट ना आ जाए और यह कंफर्म ना हो जाए कि आप कोरोना संक्रमित नहीं हैं, तब तक घर पर ही रहें.
ट्रेन्डिंग फोटोज़