गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा का जिम्मेदार कौन है? इन लोगों के खिलाफ कब कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कब तक गिरफ्तार किया जाएगा?
किसानों को भड़काने वाले कौन हैं? लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने की साजिश रचने वाले कौन हैं? इन लोगों की पहचान कब की जाएगी?
किसानों को आगे रखकर दिल्ली पुलिस से गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी में ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति ली गई थी. लेकिन हिंसा के बाद ऐसा करने वालों की पोल खुल गई. अब ये जानना जरूरी है कि वो कौन लोग हैं, जिन्होंने किसानों को अपना हथियार बनाया.
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च को 'टेरर मार्च' में बदल दिया गया. दिल्ली पुलिसकर्मियों को ट्रैक्टर के नीचे कुचलने की कोशिश की गई. पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया गया. इस सबका जिम्मेदार कौन है?
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा करने वालों की पहचान कब की जाएगी? कब उपद्रवियों की पहचान को सबके सामने लाया जाएगा, ये सबसे बड़ा सवाल है.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के पहले कई नेता हर दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे. लेकिन 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद नेता सामने आने से बच रहे हैं और हिंसा की जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं.
किसान नेताओं ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर शांति से ट्रैक्टर परेड निकालने का आश्वासन दिया था. लेकिन उपद्रवियों ने परेड के दौरान जमकर हिंसा की. इसके लिए जिम्मेदार लोग देश से कब माफी मांगेंगे?
गणतंत्र दिवस पर किसानों के नाम पर उपद्रवियों ने दिल्ली में हिंसा की. गणतंत्र दिवस पर भारत के संविधान का अपमान हुआ. लोकतंत्र की लाज मिटाने वालों को सजा कब मिलेगी.
उपद्रवियों ने गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर धार्मिक झंडा फहरा दिया, जिससे तिरंगा अपमानित हुआ. तिरंगे का अपमान करने वालों को सजा कब मिलेगी?
दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले 2 महीने से किसान आंदोलनकारी डटे हुए हैं. इससे दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली के बॉर्डर से 'अतिक्रमण' कब हटेगा?
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