भगवान हनुमान (Lord Hanuman) का जन्म कहां हुआ था? इस सवाल का जवाब बहुत की कम लोग जानते होंगे. लेकिन बहुत ही जल्द एक ऐसी किताब का विमोचन होने जा रहा है, जिसमें हनुमान के जन्म स्थान के बारे में साक्ष्य के साथ बताया गया है. ये पुस्तक आजकल चर्चाओं का विषय बनी हुई है. आइए जानते हैं इसके बारे में...
तिरुमला की सात पवित्र पहाड़ियों में से एक पर भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. ये दावा करने वाली एक ‘साक्ष्य’ आधारित पुस्तक का विमोचन 13 अप्रैल को किया जाएगा.
पिछले साल दिसंबर में TTD के कार्यकारी अधिकारी केएस जवाहर रेड्डी ने विद्वानों की एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था. इस समिति का गठन अध्ययन करने और सात पहाड़ियों में से एक ‘अंजनाद्रि’ में प्रमाण एकत्रित करने के लिए किया गया था.
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि खगोलीय (Astronomical), पुरालेखीय (Archival), वैज्ञानिक और पौराणिक प्रमाण (Scientific and mythological evidence) वाली इस पुस्तक को तेलुगू नववर्ष के दिन 'उगादि' पर लॉन्च किया जाएगा.
तेलुगू देशम पार्टी के प्रवक्ता एन बी सुधाकर रेड्डी, ने कहा कि ‘यह विश्वास करने की पूरी संभावनाएं हैं कि भगवान हनुमान का जन्म तिरुमला पहाड़ियों पर हुआ था.’ हनुमान को दक्षिण भारत में 'श्री अंजनीस्वामी' के नाम से जाना जाता है.
हालांकि राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन के पूर्व डायरेक्टर प्रो. वी वेंकटरमण रेड्डी ने कहा कि देवताओं के जन्मस्थल पर इस तरह की खोज उचित नहीं है. जबकि तिरुमला में स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी एवी रमना दीक्षितुलु ने इस संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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