पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने यहां अपने भाषण में पुलवामा और कट्टरता पर भी बात की. साथ ही सीमा पर आतंक को बढ़ावा देने वालों को कड़ा संदेश दिया. पीएम मोदी ने कहा कि देश कभी उस हमले को भूल नहीं सकता.
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अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की 145वीं जयंती (Birth Anniversary) के मौके पर उन्हें स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (The Statue of Unity) पहुंचकर श्रद्धांजलि दी. सरदार पटेल की जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल ने वर्तमान भारत का स्वरूप बनाया. सरदार पटेल ने राजे रजवाड़ो को एक करके आजाद भारत का वर्तमान स्वरूप दिया. आज एक बार फिर देश लौहपुरुष को श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा है.
पीएम मोदी ने यहां अपने भाषण में पुलवामा (Pulwama) और कट्टरता पर भी बात की. साथ ही सीमा पर आतंक को बढ़ावा देने वालों को कड़ा संदेश दिया. पीएम मोदी ने कहा कि देश कभी उस हमले को भूल नहीं सकता. कट्टरता और पुलवामा को लेकर पीएम मोदी ने क्या-क्या कहा, आईए जानते हैं पीएम के भाषण की दस बड़ी बातें-
सुरक्षाबलों पर स्वार्थ के लिए राजनीति नहीं करें
प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले पर सवाल उठाने वालों से कहा कि सुरक्षाबलों पर स्वार्थ के लिए राजनीति नहीं करें. पीएम मोदी ने कहा, 'कुछ लोग पुलवामा हमले में भी राजनीतिक स्वार्थ खोज रहे थे. आज यहां जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी. ये तस्वीर थी, पुलवामा हमले की. देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे. वो पुलवामा हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे. देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए. देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी.'
हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी
पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है.'
राजनीतिक दलों से आग्रह
पीएम मोदी ने कहा कि मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का. हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित-देशहित है. जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी.
देश ने अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति को साबित किया
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी को लेकर कहा, 'पिछले साल किसी ने नहीं सोचा था की हमें कोरोना जैसी आपदा से सामना करना पड़ेगा. इस महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है. लेकिन जिस तरह देश ने अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति को साबित किया है, उसकी इतिहास में कोई मिसाल नहीं है. लेह से लक्षद्वीप, कच्छ से कोहिमा, कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक होकर जो जज्बा दिखाया, उससे हमें इस महामारी से लड़ने और विजय की ताकत दी है. हमारे कोरोना वॉरियर्स, पुलिस के जवानों ने दूसरों का जीवन बचने के लिए अपना बलिदान दे दे दिया.'
कश्मीर विकास पथ पर आगे बढ़ गया है...
कश्मीर पर पीएम ने कहा, 'इसी समय में हमने 370 हटने के बाद कश्मीर के समावेश का एक साल पूरा किया. अगर सरदार साहब को ये काम करने दिया गया होता, तो आज ये काम मुझे नहीं करना पड़ता. कश्मीर विकास पथ पर आगे बढ़ गया है.
सरदार पटेल ने देश का गौरव लौटने का सपना देखा
सरदार पटेल ने देश का गौरव लौटने का सपना देखा था. उसका उदाहरण देश, अयोध्या में राम मंदिर बनते देख रहा है. आज हम सशक्त और सक्षम रास्ते का निर्माण कर रहे हैं.
सीमा पर नजर गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब
पीएम ने कहा कि सीमाओं पर भी भारत की नजर और नजरिया बदल गया है. सीमा पर नजर गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत हमारे जवानों में हैं. अपनी सम्प्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए भारत पूरी तरह तैयार हैं. जिस तरह कुछ देश आतंकवाद के समर्थन में खुल कर साथ में आ गए हैं, वो एक वैश्विक चिंता का विषय बना हुआ है.
आतंकवाद-हिंसा से किसी का कल्याण नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आतंकवाद-हिंसा से किसी का कल्याण नहीं हो सकता है. आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है. भारत बहुत दिनों से पीड़ित रहा है. आतंकवाद से अनगिनत जवान, अपने लोग खोये हैं भारत ने. आतंकवाद को भारत बहुत अच्छी तरह जानता है. आज पूरे विश्व को एकजुट होकर उस ताकत को हराना है जो आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है. हमने सदियों से वसुधैव कुटुम्बम का संदेश दिया है. हमने दुनिया को बुद्ध दिए हैं.'
हमारी ताकत दूसरों को खटकती है
पीएम ने कहा, 'विविधता में एकता हमारे देश की पहचान है. विविधता में एकता ही हमारा अस्तित्व है. कुछ लोग देश को बांटना चाहते हैं. हमारी ताकत दूसरों को खटकती भी है. इसलिए हर भारतीय को सतर्क रहने की जरूरत है. हमें ये याद रखना है हम एक हैं तो हम अपराजित हैं,अद्वितीय हैं.'
भगवान राम के आदर्श देश के कोने-कोने में हमें जोड़ रहे
आज वाल्मीकि जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने महर्षि वाल्मीकि को भी याद किया. उन्होंने कहा, आज महर्षि वाल्मीकि की जयंती भी है. भारत की संस्कृति को और ऊर्जावान बनाने का काम सदियों पहले महर्षि वाल्मीकि जी ने ही किया था. भगवान राम के आदर्श देश के कोने-कोने में हमें जोड़ रहे हैं. इसका श्रेय महर्षि वाल्मीकि को ही जाता है. उनका मंत्र राष्ट्र प्रथम का मजबूत आधार है.