NHRC के स्थापना दिवस पर बोले PM Modi, बेटियों की सुरक्षा और ट्रिपल तलाक पर कही ये बात
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NHRC के स्थापना दिवस पर बोले PM Modi, बेटियों की सुरक्षा और ट्रिपल तलाक पर कही ये बात

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के 28वें स्थापना दिवस (NHRC Foundation Day) कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि दशकों से मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ कानून की मांग कर रही थीं. हमने ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बनाकर, मुस्लिम महिलाओं को नया अधिकार दिया है.

पीएम मोदी ने एनएचआरजी के 28वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित किया.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के 28वें स्थापना दिवस (NHRC Foundation Day) कार्यक्रम में शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बेटियों की सुरक्षा और ट्रिपल तलाक का जिक्र किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी के आदर्शों को पूरी दुनिया मानती है और भारत ने पूरी दुनिया के अहिंसा का रास्ता दिखाया है.

  1. हमने सदियों तक अधिकारों के लिए संघर्ष किया: पीएम
  2. भारत ने अहिंसा का रास्ता दिखाया: पीएम मोदी
  3. 'ट्रिपल तलाक कानून से महिलाओं को मिला अधिकार'

हमने सदियों तक अधिकारों के लिए संघर्ष किया: पीएम

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, 'आप सभी को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के 28वें स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई. ये आयोजन आज ऐसे समय हो रहा है, जब हमारा देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. हमने सदियों तक अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया. एक राष्ट्र के रूप में, एक समाज के रूप में अन्याय-अत्याचार का प्रतिरोध किया. एक ऐसे समय में जब पूरी दुनिया विश्व युद्ध की हिंसा में झुलस रही थी, भारत ने पूरे विश्व को ‘अधिकार और अहिंसा’ का मार्ग सुझाया.'

भारत ने अहिंसा का रास्ता दिखाया: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, 'ये हम सभी का सौभाग्य है कि आज अमृत महोत्सव के जरिए हम महात्मा गांधी के उन मूल्यों और आदर्शों को जीने का संकल्प ले रहे हैं. मुझे संतोष है कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत के इन नैतिक संकल्पों को ताकत दे रहा है, अपना सहयोग कर रहा है. भारत आत्मवत सर्वभूतेषु के महान आदर्शों, संस्कारों और विचारों को लेकर चलने वाला देश है. आत्मवत सर्वभूतेषु यानि जैसा मैं हूं वैसे ही सब मनुष्य हैं. मानव-मानव में, जीव-जीव में भेद नहीं है.' उन्होंने कहा, 'भारत ने लगातार विश्व को समानता और मानव अधिकारों के जुड़े विषयों पर नया विजन दिया है. बीते दशकों में ऐसे कितने ही अवसर विश्व के सामने आए हैं, जब दुनिया भ्रमित हुई है, भटकी है. लेकिन भारत मानवाधिकारों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहा है, संवेदनशील रहा है.'

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इस मूल मंत्र पर चल रहा है देश

प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज देश 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के मूल मंत्र पर चल रहा है. ये एक तरह से मानव अधिकार को सुनिश्चित करने की ही मूल भावना है. इस 15 अगस्त को देश से बात करते हुए मैंने इस बात पर बल दिया है कि अब हमें मूलभूत सुविधाओं को शत-प्रतिशत सेचुरेशन तक लेकर जाना है. ये शत-प्रतिशत सेचुरेशन का अभियान समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के अधिकारों को सुनिश्चित करने की है.' उन्होंने कहा, 'जो गरीब कभी शौच के लिए खुले में जाने को मजबूर था, उब गरीब को जब शौचालय मिलता है, तो उसे Dignity भी मिलती है. जो गरीब कभी बैंक के भीतर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था उस गरीब का जब जनधन अकाउंट खुलता है, तो उसमें हौसला आता है, उसकी Dignity बढ़ती है.'

'ट्रिपल तलाक कानून से महिलाओं को मिला अधिकार'

पीएम मोदी ने कहा, 'बीते वर्षों में देश ने अलग-अलग वर्गों में, अलग-अलग स्तर पर हो रहे Injustice को भी दूर करने का प्रयास किया है. दशकों से मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ कानून की मांग कर रही थीं. हमने ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बनाकर, मुस्लिम महिलाओं को नया अधिकार दिया है.' उन्होंने आगे कहा, 'आज महिलाओं के लिए काम के अनेक सेक्टर्स को खोला गया है, वो 24 घंटे सुरक्षा के साथ काम कर सकें, इसे सुनिश्चित किया जा रहा है. दुनिया के बड़े-बड़े देश ऐसा नहीं कर पा रहे, लेकिन भारत आज career women को 26 हफ्ते की पेड मैटरनिटी लीव दे रहा है.'

बेटियों की सुरक्षा और दिव्यांगो को लेकर कही ये बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हमारे दिव्यांग भाई-बहनों की क्या शक्ति है, ये हमने हाल के पैरालंपिक में फिर अनुभव किया है. बीते वर्षों में दिव्यांगों को सशक्त करने के लिए भी कानून बनाए गए हैं, उनको नई सुविधाओं से जोड़ा गया है. बेटियों की सुरक्षा से जुड़े अनेक कानूनी कदम बीते वर्षों में उठाए गए हैं. देश के 700 से अधिक जिलों में वन स्टॉप सेंटर चल रहे हैं. जहां एक ही जगह पर महिलाओं को मेडिकल सहायता, पुलिस सुरक्षा, कानूनी मदद और अस्थाई आश्रय दिया जाता है.'

कोरोना काल में दी गई आर्थिक सहायता: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, 'भारत ने इसी कोरोना काल में गरीबों, असहायों, बुजुर्गों को सीधे उनके खाते में आर्थिक सहायता दी है. प्रवासी श्रमिकों के लिए ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ की सुविधा भी शुरू की गई है, ताकि वो देश में कहीं भी जाएं, उन्हें राशन के लिए भटकना न पड़े. वैश्विक महामारी के ऐसे कठिन समय में भी भारत ने इस बात का प्रयास किया कि एक भी गरीब को भूखा नहीं रहना पड़े. दुनिया के बड़े-बड़े देश ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन आज भी भारत 80 करोड़ लागों को मुफ्त अनाज मुहैया करा रहा है.'

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