रीट धांधली मामले के खुलासे के बाद अब लगातार अभ्यर्थियों द्वारा अलग-अलग थानों में पास कराने की एवज में लिए गए रुपये वापस नहीं लौटाने पर मुकदमे दर्ज हो रहे हैं.
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अजमेर: रीट धांधली मामले के खुलासे के बाद अब लगातार अभ्यर्थियों द्वारा अलग-अलग थानों में पास कराने की एवज में लिए गए रुपये वापस नहीं लौटाने पर मुकदमे दर्ज करा रहे हैं.आदर्श नगर थाने में तैनात एएसआई भूरी सिंह ने बताया कि जालौर के रहने वाले ललित कुमार ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया कि वर्ष 2020 में वह रीट परीक्षा की तैयारी कर रहे थे.
इसी दौरान उनके आदर्श नगर सिटी कॉलोनी में रहने वाले रिश्तेदार सियाराम से मुलाकात हुई. सियाराम ने उन्हें रीट परीक्षा में पास कराने की बात का भरोसा दिया और 6, लाख रुपये की डिमांड की. उन्होंने और उनके एक साथी प्रभु राम ने 1, 600000 रुपए उन्हें दे दिए, परीक्षा बीत जाने के कुछ दिन बाद उन्होंने सियाराम से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन ना तो वह उन्हें परीक्षा में पास करा पाए और ना ही रुपए वापस लौटाए.
इसी बीच रीट परीक्षा में धांधली और पेपर लीक का मामला भी सामने आ गया..जिसके बाद पूरे प्रदेश में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया..जगह-जगह लोग इसका प्रदर्शन करने लगे. वहीं, विपक्षी दल बीजेपी को भी बैठे-बैठाए मुद्दा मिल गया. बीजेपी ने इसका जमकर विरोध शुरू किया. जिसके बाद सरकार ने रीट लेवल 2 परीक्षा निरस्त कर दिया है.
ललित कुमार ने कार्रवाई की मांग की
वहीं, ललित कुमार को कोई संतोष जनक जवाब नहीं मिला, जिसके बाद पीड़ित ने थाने में मुकदमा दर्ज करा कर कार्रवाई की मांग की है. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया है. अभ्यर्थी का आरोप है कि आरोपी ने उनसे पैसे ले लिए और अब वह पैसे नहीं लौटा रहे हैं, कई बार सियाराम के रिश्तेदारों और परिवारवालों से इस संबंध में बातचीत की गई, लेकिन पैसा लौटाने को तैयार नहीं है. गौरतलब है कि रीट परीक्षा में धांधली के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था.
रिपोर्टर- अशोक सिंह भाटी