चार शादी, तीन को छोड़ा चौथे पति को हुआ शक तो हो गया ये होश उड़ाने वाला कांड
Ajmer : अजमेर की पुष्कर की एक महिला ने एक के बाद एक चार शादियां की और फिर उसकी चौथी शादी उसकी आखिरी शादी बन गयी. चौथी शादी में उसके साथ जो हुआ वो महिला ने सपने में भी नहीं सोचा था.
Ajmer : राजस्थान के अजमेर के पुष्कर के पास देव नगर गांव में शनिवार को संदिग्ध अवस्था में मिली महिला की लाश के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए. 36 घंटे में वारदात का खुलासा कर दिया गया. पुलिस जांच में सामने आया कि महिला ने पूर्व में तीन शादी कर ली थी और वो अपने चौथे पति के साथ मजदूरी का काम करती थी.
जब चौथे पति को महिला पर अवैध संबंधों का शक हुआ तो उसने शराब के नशे में महिला की हत्या कर दी. मृतका के पिता ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी. जिसके बाद पुलिस ने पूछताछ शुरु की. थाने में दर्ज एफआईआर में छोटू सिंह ने बताया है कि उसकी बेटी कांता की शादी बचपन में सुंदर रावत से हो गयी थी और बालिक होने पर उसे ससुराल भेजा गया था.
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लेकिन पति-पत्नी के बीच अनबन के चलते बेटी एक साल के बाद ही घर वापस आ गयी. 6 महीने बाद कांता ने अपनी मर्जी से मोहन रावत से शादी कर ली और उसके साथ चली गयी. लेकिन फिर वही हुआ कांता की दूसरे पति से भी अनबन हुई और वो 1 साल बाद वापस लौट आई.
फिर एक साल बाद कांता ने लादू सिंह से साथ रहना चुना और एक बेटे और बेटी को जन्म दिया. लादू सिंह के साथ कांता 4 साल तक रही और उसके बदा कांता रतनगढ़ मसूदा के रहने वाले सेठों रावत के साथ चली गयी. अब दोनों मिलकर यहां मजदूरी करने लगे. जहां उसकी हत्या हुई
कांता के पिता ने चौथे पति पर हत्या का सक जताया और रिपोर्ट दर्ज करायी. पुष्कर पुलिस को महिला के शव मिलने की सूचना मिलते ही तुरंत पर एफएसएल और एमओबी टीम पहुंच गई. जिन्होंने मामले से जुड़े साक्ष्य जमा करना शुरू कर दिया. चौथे पति सेठू रावत ने पूछताछ में बताया कि लोडिंग टेंपो में शराब पीने के दौरान कहासुनी होने पर उसने कांता का गला दबाकर हत्या कर दी थी.
सेठू रावत के जुर्म कबूल करने के बाद, पुष्कर पुलिस ने जब लोडिंग टेंपो की तलाश शुरू की तो जरिए मुखबिर खेल सिंह रावत और उसकी पत्नी रेनू रावत को हिरासत में लिया गया. पूछताछ के दौरान दंपत्ति ने बताया कि उन्होंने जब अपने टेंपू में महिला की लाश देखी तो वो घबरा गए और कांता की लाश को घटनास्थल सरहद देव नगर के बाद, नई बाईपास के पास जंगल में छिपाना स्वीकार किया.
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