पुष्कर का धार्मिक मेला पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू, जानिए इसका खास महत्व
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पुष्कर का धार्मिक मेला पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू, जानिए इसका खास महत्व

देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi 2021) के दिन श्रद्धालुओं ने सरोवर में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की

धार्मिक मेला पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू हो गया

Pushkar: धार्मिक नगरी पुष्कर (Pushkar News) का पांच दिनों तक चलने वाला धार्मिक मेला पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू हो गया. तिथि क्षय के कारण इस वर्ष स्नान के छठवें दिन भी विशेष धार्मिक महत्व रहेगा. देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi 2021) के दिन श्रद्धालुओं ने सरोवर में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की. 2 वर्षों के अंतराल के बाद धार्मिक मेले में श्रद्धालुओं की संख्या भी अधिक देखी गई.

ऐसी मान्यता है की कार्तिक पंचतीर्थ स्नान (kartik panchteerth Bath) में किए स्नान का फल, एक हजार बार किए गंगा स्नान के समान, सौ बार माघ स्नान के समान और जो फल कुम्भ (Kumbh) में प्रयाग में स्नान करने पर मिलता है, वहीं फल कार्तिक माह में किसी पवित्र नदी के तट पर स्नान करने से मिलता है. जो व्यक्ति कार्तिक के पवित्र माह के नियमों का पालन करते हैं, वह वर्ष भर के सभी पापों से मुक्ति पाते हैं. 

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इन्ही मान्यताओं के चलते कार्तिक माह की प्रबोधनी एकादशी के दिन धार्मिक नगरी पुष्कर में श्रदालुओं ने पवित्र सरोवर में कोरोना गाइडलाइन (Corona guideline) के साथ आस्था की डुबकी लगाकर धर्म लाभ प्राप्त किया. महास्नान के लिए सरोवर के घाटों पर अलसुबह से ही महिला श्रदालुओं का आना शुरू हो गया. श्रदालुओं ने सरोवर के घाटों पर दीपदान कर पूजा-अर्चना की ओर यथा शक्ति दान-पुण्य किया.

अलसुबह से शुरू हुआ स्नान का दौर दिनभर जारी रहेगा. तीर्थ पुरोहितों के अनुसार कार्तिक माह (Kartik Maah) में हर वर्ष कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक पांच दिनों तक तैतीस करोड़ देवी-देवता पवित्र सरोवर में वास करते है. इन्ही मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए न केवल कार्तिक माह के इन पांच दिनों में बल्कि पुरे कार्तिक माह में देश ओर दुनिया के लाखों श्रदालु पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाने पुष्कर आते है. 

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इस वर्ष तिथि शय के कारण 19 नवम्बर को भी स्न्नान का विशेष धार्मिक महत्व रहेगा. गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान 2 वर्षों तक रही पाबंदियों के बाद श्रद्धालुओ की आवक में खासा इजाफा देखा गया। जिसको लेकर सरोवर के सभी घाटों पर पुलिस और एसडीआरएफ (SDRF) का जाब्ता तैनात रहा.
Report- manveer singh chundawat

 

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