Shahpura: गणतंत्र दिवस के मौके पर कलाकारों को किया गया गौरवान्वित
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Shahpura: गणतंत्र दिवस के मौके पर कलाकारों को किया गया गौरवान्वित

हंसराज चोधरी के जीवनी नवग्रह का हंस पुस्तक के प्रकाशन एवं गणतंत्र दिवस के मौके पर आश्रम सभागार में जिले भर के कलाकारों का समागम आयोजित किया गया.

कलाकारों का समागम किया आयोजित.

Shahpura: भीलवाड़ा जिले के रायला समीपस्थ स्थित मोतीबोर का खेड़ा स्थित श्रीनवग्रह आश्रम के संस्थापक हंसराज चोधरी के जीवनी नवग्रह का हंस पुस्तक के प्रकाशन एवं गणतंत्र दिवस के मौके पर आश्रम सभागार में जिले भर के कलाकारों का समागम आयोजित किया गया.

भीलवाड़ा नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण डाड, आरएसएस के सेवा भारती के प्रांतीय सेवा प्रमुख रवि जाजू, जिले के वरिष्ठ संगीतकार बालकृष्ण बीरां, नवग्रह का हंस पुस्तक के लेखक भंवर मेघवंशी, वरिष्ठ गीतकार और साहित्यकार डॉ. कैलाश मंडेला, उद्योगपति प्रकाश छाबड़ा, सुशिल कन्दोई, समग्र शिक्षा के जिला परियोजना अधिकारी प्रहलाद पारीक, सहित जिले के कलाकारों की मौजूदगी में आयोजित समारोह में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक आकर्षक प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम को ही गौरवान्वित कर दिया. इस मौके पर नवग्रह का हंस पुस्तक सभी को भेंट की गई.

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नवग्रह का हंस पुस्तक के लेखक भंवर मेघवंशी ने पुस्तक तैयार करने में आए विभिन्न रोमांचकारी संस्मरणों का जिक्र करते हुए कहा कि हंसराज चोधरी जैसा व्यक्तित्व निराला ही है. चोधरी ने जो कर दिखाया है वो कोई शायद ही कर सके. मेघवंशी ने कहा कि जीवनी को पुस्तक के रूप में तैयार करना ही उनके लिए कई मायने रखता है.
वक्ताओं ने नवग्रह आश्रम और हंसराज चोधरी के कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि आज भीलवाड़ा जिला ही इस कारण वैश्विक स्तर पर पहचाना जाना लगा है. 

केंसर जैसे असाध्य रोगियों का आश्रम की उपचार पद्वति से ठीक होना ही अपने आप में एलोपथी चिकित्सा संस्थानों के सम्मुख अजूबा बना हुआ है. अतिथियों ने कहा कि आज के भौतिकवाद के दौर में केंसर जैसी दर्जनों बिमारियों का उपचार करने का सुअवसर प्राप्त कर नवग्रह आश्रम देश भर में प्रसिद्वी पा चुका है. संचालक हंसराज चौधरी मानवता की प्रतिमूर्ति बनकर जिस प्रकार से मरीजों की सेवा कर रहे है वो निश्चित रूप से सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है.

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गीतकार डॉ. कैलाश मंडेला, गीतकार राजकुमार बादल, गीतकार सत्येंद्र मंडेला, हरिश पंवार, बालकृष्ण बीरां, साहित्यकार फतेहसिंह लोढ़ा, कवि दिनेश बंटी, गायक देबीलाल लाखोला, कवि दीपक पारीक, गणेश लंकेश, नितेश कुमार, अमरीश पंवार, हंसराज चोधरी ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुतियों से खूब दाद बटोरी. इस मौके पर रसधारा भीलवाड़ा के ख्याति प्राप्त कलाकार हरीश पंवार, गोपाल पारीक, उद्योगपति लहरिया, साहित्यकार प्रो. महावीर प्रसाद जोशी, संचिना कला संस्थान के अध्यक्ष रामप्रसाद पारीक, महासचिव सत्येंद्र मंडेला, आसींद पालिका चेयरमेन देबीलाल साहू, महेश कुमावत, जेपी जाट रायला, पूर्व सीएमएचओ डॉ. आरसी सामरिया, कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष याकुब खां कायमखानी, तीर्थजी स्वामी, प्रख्यात चित्रकार केजी कदम, अणुव्रत समिति शाहपुरा के मंत्री गोपाल पंचोली, जीव दया सेवा समिति के संयोजक अत्तू खां कायमखानी, सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश जाट, देबीलाल मेघवंशी, सेवानिवृत बैंक मैनेजर अखिल व्यास मौजूद रहे.

उल्लेखनीय है कि अपने आपको सनातन संस्कृति का संवाहक और संर्वधक मानकर मरीजों की सेवा के कार्य में लगे हंसराज चैधरी आश्रम पहुंचने वाले मरीज के साथ काउंसलिंग कर पहले तो बिमारी के बारे में उसके मन में फैली भ्रांति को दूर करते है, फिर उसे मानसिक रूप से ठीक होने के लिए तैयार करते है. आस्था और विश्वास के सिद्वांत पर उपचार प्रांरभ कर हंसराज चैधरी निर्धारित समय में हर रोग को ठीक करने का दावा करते है.

उल्लेखनीय है कि इस आश्रम में प्रत्येक शनिवार और रविवार को आने वाले लोगों को निःशुल्क आयुर्वेदिक जानकारियां एवं मरीजों का इलाज किया जाता है. आश्रम के संचालक हंसराज चैधरी का दावा है कि वे विगत वर्षों में अब तक हजारों लोगों के कैंसर का इलाज आयुर्वेद पद्धति से सफलतापूर्वक कर चुके है. दरअसल वे कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने का भी अभियान चला रहे है.

Reporter: Mohammad Khan

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