राजस्थान ग्रामीण ओलंपिक खेल (Rajasthan Rural Olympic Games) में राज्य खेलों की तर्ज पर ग्राम पंचायत स्तर, ब्लॉक स्तर , जिला स्तर एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 6 खेलों में आयोजित की जाएगी.
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Nagaur: राज्य सरकार (Rajasthan Government) द्वारा राजस्थान ग्रामीण ओलंपिक खेलों के माध्यम से ग्राम स्तर पर खेल प्रतिभाओं की खोज करके आगे लाने के लिए ग्रामीण ओलंपिक (Rural olympics) के खेलों का आयोजन करवाएं जा रहे हैं. प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों के पंजीकरण में अब नागौर जिला पूरे राजस्थान में एक नंबर पर आया हुआ है. नागौर जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी (Dr Jitendra Kumar Soni) के मार्गदर्शन में नागौर जिले में ग्रामीण ओलंपिक को लेकर किए जा रहे खिलाड़ियों के पंजीकरण का आंकड़ा दो लाख से पार पहुंच चुका है. नागौर जिले को ग्रामीण ओलंपिक में एक लाख 83 हजार आठ खिलाड़ियों के पंजीकरण का लक्ष्य दिया गया था जबकि नागौर जिले ने लक्ष्य से 16 प्रतिशत से अधिक आंकड़ा हासिल किया है. 15 नवंबर को जारी अपडेट के अनुसार, नागौर जिला राजस्थान में प्रथम स्थान हासिल कर चुका है.
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राजस्थान ग्रामीण ओलंपिक खेल (Rajasthan Rural Olympic Games) में राज्य खेलों की तर्ज पर ग्राम पंचायत स्तर, ब्लॉक स्तर , जिला स्तर एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 6 खेलों में आयोजित की जाएगी. इसमें कबड्डी , टेनिस बॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल, हॉकी खेल में बालक बालिका एवं खो-खो में बालिका और शूटिंग वॉलीबॉल में बालक वर्ग में आयोजित की जाएगी. इसमें नागौर जिले की 500 ग्राम पंचायतों जिले के खिलाड़ी भाग लेंगे. इन प्रतियोगिता में किसी भी उम्र का खिलाड़ी भाग ले सकता है एवं ग्राम पंचायत स्तर की विजेता टीम ब्लॉक स्तर में भाग लेगी, ब्लॉक स्तर की विजेता टीमें जिला स्तर पर भाग लेगी और जिला स्तर की विजेता टीम में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेगी.
ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता (Rural Olympic Competition) के लिए ग्राम पंचायत में खेल मैदान बना कर लाखों रुपये खर्च कर दिए गए लेकिन अब वह खेल मैदान केवल नाम मात्र के ही खेल मैदान बने हुए हैं. वहीं, कई ग्राम पंचायतो के खेल मैदान जिला मुख्यालय के राजकीय स्टेडियम को भी टक्कर दे रहे हैं. राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन करवाया जा रहा है तो ऐसे में ग्राम पंचायत के खेल मैदान में साफ-सफाई और सुविधा नहीं होगी तो खिलाड़ी कहा खेलेंगे.
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जानकारी के अनुसार, जिस खेल मैदान को ग्राम पंचायत द्वारा खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए बनाया गया था वो आज नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है. मैदान में कंटीली झाड़ियां, घास उग चुकी है. यह खेल मैदान नागौर जिले के मूण्डवा पंचायत समिति के खजवाना ग्राम पंचायत का है. वहीं, जिस खेल मैदान के लिए ग्राम पंचायत द्वारा लाखों रुपयों का बजट लाकर बनाया गया ताकि खिलाड़ी मैदान में खेल सके लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा छोटी सी जगह और गांव के स्कूल से लगभग एक किलोमीटर दूर खेल मैदान तैयार कर देने के कारण आज कोई भी खिलाड़ी मैदान में अभ्यास के लिए नहीं पहुंच पाता है. इसके कारण मैदान में कंटीली झाड़ियां, घास उग चुकी है और जगह-जगह स्टेडियम में दरारें पड़ रही हैं. स्टेडियम अब केवल नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है. ऐसे में ग्राम स्तर पर जो खेल प्रतिभा है वो बिना अभ्यास के कैसे आगे बढ़ेगी