सरिस्का टाइगर रिजर्व में बढ़ेगा भालूओं का कुनबा, आबू पर्वत से आई मादा भालू
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1661893

सरिस्का टाइगर रिजर्व में बढ़ेगा भालूओं का कुनबा, आबू पर्वत से आई मादा भालू

राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व में भालुओं को लाने की प्रक्रिया काफी समय से चल रही थी ,आखिर वो इंतजार खत्म हुआ गुरुवार देर शाम आबू के पर्वत से वन प्रशासन की टीम ने एक मादा भालू को रेस्क्यू किया और सड़क मार्ग से देर रात सरिस्का पहुंचे 

सरिस्का टाइगर रिजर्व में बढ़ेगा भालूओं का कुनबा, आबू पर्वत से आई मादा भालू

Alwar News : राजस्थान के अलवर के सरिस्का घूमने जाने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है. अब यहां जंगल में सफारी करने वाले पर्यटक बाघ बाघिन और अन्य वन्य जीवों के साथ-साथ भालू को भी देख पाएंगे , वन विभाग की टीम देर रात को आबू की पहाड़ी से एक मादा भालू ट्रंक्यूलाइज कर सड़क मार्ग से सरिस्का लेकर आई है. अब एक नर भालू को और लाया जाएगा. जिससे भालुओं का कुनबा और बढ़े.

राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व में भालुओं को लाने की प्रक्रिया काफी समय से चल रही थी ,आखिर वो इंतजार खत्म हुआ गुरुवार देर शाम आबू के पर्वत से वन प्रशासन की टीम ने एक मादा भालू को रेस्क्यू किया और सड़क मार्ग से देर रात सरिस्का पहुंचे , फिलहाल भालू को सरिस्का की तालव्रक्ष रेंज में एनक्लोजर में छोड़ा जाना है. वह कुछ समय बाद यहां एक नर भालू को भी लाया जाएगा.

सरिस्का पीडीएफ डीपी जगावत ने बताया कि राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली , वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जारी स्वीकृति के अनुरूप तथा मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजस्थान की अनुमति के बाद निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार सरिस्का टाइगर रिजर्व में आबू पर्वत से गुरुवार को एक व्यस्क मादा भालू को टीम ने पकड़कर सरिस्का टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्र में ट्रांसलोकेट किए जाने की प्रक्रिया को पूरा किया.

टीम भालू को लेकर आबू पर्वत से देर शाम रवाना हुई जो देर रात को सरिस्का पहुंची, मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक आर मीणा की ओर से गठित रेस्क्यू टीम में उप वन संरक्षक अरुण कुमार डी ,सहायक वनरक्षक पंकज कुमार मीणा ,वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद माथुर ,डॉ डीडी मीणा के साथ स्थानीय अधिकारी एवं कर्मचारियों ने मादा भालू को रेस्क्यू किया , मादा भालू को सड़क मार्ग से टीम सरिस्का टाइगर रिजर्व लेकर देर रात पहुंची थी.

वही बताया गया कि आबू पर्वत से रेस्क्यू कर लाए जाने वाले भालू को आधुनिक तकनीकी के सेटेलाइट चैनल वाले रेडियो कॉलर लगाए जा रहे हैं. जिससे उनकी मॉनिटरिंग बेहतर तरीके से हो सके.  

सरिस्का टाइगर रिजर्व में भालू की ट्रांसलोकेशन के दूसरे चरण में एक वयस्क नर एवं एक अन्य मादा भालू को शीघ्र लाने का प्रयास किया जा रहा है . इस प्रकार दोनों चरणों में चार भालू जिनमें दो वयस्क नर और दो व्यस्त मादा भालू को सरिस्का टाइगर रिजर्व में ट्रांसलोकेट किए जाने की लंबित योजनाओं के प्रक्रिया पूरी की जाएगी. सरिस्का में भालू पहुंचने का लंबे समय से इंतजार था. पूर्व में एक बार सरिस्का की टीम जालौर के सुंधा माता जंगल में भी गई थी लेकिन बिना भालू के लौटना पड़ा था ,

Trending news