Rajasthan news: अलवर शहर पुलिस उपाधीक्षक नारायण सिंह ने बताया कि अलवर पुलिस प्रशासन और साइबर सेल ने साइबर ठगों पर नकेल कसने के साथ रोकथाम की कार्रवाई की है. आज कार्रवाई हुई. आज हुई कार्रवाई के तहत साइबर सेल और अलवर पुलिस ने अन्य राज्य से आकर अलवर जिले में साइबर अपराध में काम आने वाले मोबाइल व सिम का वेरिफिकेशन करवाया है.
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Rajasthan big news: राजस्थान के अलवर शहर पुलिस उपाधीक्षक नारायण सिंह ने बताया कि अलवर पुलिस प्रशासन और साइबर सेल ने साइबर ठगों पर नकेल कसने के साथ रोकथाम की कार्रवाई की है. आज कार्रवाई हुई.
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आज हुई कार्रवाई के तहत साइबर सेल और अलवर पुलिस ने अन्य राज्य से आकर अलवर जिले में साइबर अपराध में काम आने वाले मोबाइल व सिम का वेरिफिकेशन करवाया है. साथ ही उनकी केवाईसी सही नहीं मिलने के बाद तुरंत ब्लॉक की कार्रवाई की जाती है. अगर उनका वेरिफिकेशन सही नहीं मिलता, तो उनको संदिग्ध मानते हुए ब्लॉक करने की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
अभी की बात करें, तो पुलिस ने 1197 सिम कार्ड व 1125 मोबाइल के आईएमई नंबर ब्लॉक किए गए हैं. बाहरी राज्यों से आए मोबाइल व बाहरी सिम का वेरिफिकेशन लगातार किया जा रहा है. अगर किसी भी प्रकार का कोई भी नंबर संदिग्ध लगता है, तो उनको भी ब्लॉक करने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी.
अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में एक महिला ने जमकर हंगामा किया. महिला के हंगामा को देख अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई. महिला केंद्रीय कारागृह से कैदियों को लेकर आई बस के शीशे पर लटक गई और हंगामा खड़ा कर दिया.
इस दौरान वहा मौजूद पुलिसकर्मियों ने महिला से समझाइए कर उसे नीचे उतरने का काफी प्रयास किया. सफलता हाथ ना लगती देख मामले की सूचना अस्पताल की महिला गार्डों को दी गई.
जिसके बाद महिला गार्डों ने हंगामा कर रही महिला को बस से नीचे उतारा और बस से दूर ले गई. जानकारी में पता चला कि महिला टहलाबास उमरेन की निवासी है. जो मानसिक रूप से विक्षिप्त है. जो कल से लापता है. अस्पताल चौकी इंचार्ज ने महिला के परिजनों को सूचित कर दिया है.