यूपी के रहने वाले एक मजदूर के तीन बच्चे और उसकी पत्नी गत 8 तारीख से गायब हैं और भिवाड़ी पुलिस द्वारा न उसकी एफआईआर दर्ज कर रही है और न ही उसके बच्चों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है.
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Tijara: भिवाड़ी में यूपी के रहने वाले एक मजदूर के तीन बच्चे और उसकी पत्नी गत 8 तारीख से गायब हैं और भिवाड़ी पुलिस द्वारा न उसकी एफआईआर दर्ज कर रही है और न ही उसके बच्चों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है. बच्चों के गुम होने के बाद पूरी तरह से टूट चुका पिता रोते हुए पुलिस से गुहार लगा रहा है, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है.
पीड़ित एसपी ऑफिस से लेकर थानो तक जाकर रो-रोकर गुहार लगा चुका है, लेकिन उसे एसपी ऑफिस से महिला थाना और महिला थाना से यूआईटी थाना और फूल बाग थाने भेजकर चक्कर कटवाए जा रहे हैं.
पीड़ित पवन कुमार पुत्र रामेंद्र कुमार की पत्नी गत 8 अगस्त को दोपहर 2 बजे भिवाड़ी के सरकारी अस्पताल में दवाई लेने गई थी, लेकिन वह आज तक वापस घर नहीं लौटी. परिवार गत 8 अगस्त से ही पत्नी और बच्चों को ढूंढने में लगा हुआ है, लेकिन अभी तक उनका कहीं कोई पता नहीं चल पाया है.
यूपी में कन्नौज के रहने वाले पवन कुमार यूआईटी फेस 3rd थाना में एफआईआर दर्ज कराने गए तो वहां उसकी शिकायत ही नहीं ली बल्कि उसे यह कहकर टरका दिया गया कि उसे यूपी में ढूंढकर आओ, अगर पुलिस जाएगी तो उसका बहुत बड़ा खर्चा आएगा, खर्चा कौन देगा तुम्हारे बच्चों को ढूंढने के लिए पैसा देना पड़ेगा. इस पर बच्चों को खो चुका पवन कुमार निराश होकर घर लौट आया और अब खुद अपने स्तर पर ही अपनी पत्नी और बच्चों को ढूंढने में लगा हुआ है, लेकिन अभी तक बच्चों का कोई पता नहीं चल पाया है.
पवन कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी का अपहरण हुआ है. पवन कुमार साथलका में एक लेबर कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर रह रहा है, उसके तीन छोटे बच्चे हैं, जिसमें 7 साल का लखन, 2 साल का सत्यम और एक 4 साल की लड़की लक्ष्मी है और उनकी 26 साल की पत्नी मोहिनी है. उसकी पत्नी विगत 3 महीने से भिवाड़ी में ही खिलौने बनाने वाली दीपक खिलौना कंपनी में काम कर रही थी और पवन खुद रिलैक्सो चौक पर मक्के का भुट्टा बेचने का काम करता है.
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पवन ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अभी 2 दिन पहले ही वह मामले की शिकायत करने एसपी ऑफिस गए थे, लेकिन वहां से उसे महिला थाना भेज दिया गया और महिला थाना से उसे यूआईटी थाना और यूआईटी से फूल बाग थाना भेज दिया गया, लेकिन अब कहीं भी उसकी न ही एफआईआर दर्ज हो रही है और न ही उसके बच्चों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है.
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