बांसवाड़ा: वकीलों को धमकी भरा पत्र लिखने वाला आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, पुलिस टीम हुई सम्मानित
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1245482

बांसवाड़ा: वकीलों को धमकी भरा पत्र लिखने वाला आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, पुलिस टीम हुई सम्मानित

राजस्थान के बांसवाड़ा एसपी राजेश कुमार मीणा को 4 वकीलों के नाम से मिली गुमनाम धमकी भरी चिट्ठी का खुलासा पुलिस ने अगले दिन ही कर दिया गया. इसके पीछे 32 पुलिसकर्मियों की लगातार 24 घंटे तक की मेहनत थी. 

बांसवाड़ा: वकीलों को धमकी भरा पत्र लिखने वाला आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, पुलिस टीम हुई सम्मानित

Banswara: बांसवाड़ा शहर में वकीलों को धमकी भरा पत्र भेजने के मामले में महज 24 घंटे में पुलिस टीम ने आरोपी वकील को गिरफ्तार किया. इस पर कार्रवाई करने वाले स्पेशल 32 पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में कलेक्टर और एसपी ने सम्मानित किया.

राजस्थान के बांसवाड़ा एसपी राजेश कुमार मीणा को 4 वकीलों के नाम से मिली गुमनाम धमकी भरी चिट्ठी का खुलासा पुलिस ने अगले दिन ही कर दिया गया. इसके पीछे 32 पुलिसकर्मियों की लगातार 24 घंटे तक की मेहनत थी. 6 अलग अलग टीमों ने शहर के 100 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले. कड़ी से कड़ी मिलाते हुए संदिग्धों को तलाशा. 

यह भी पढ़ें- हाय भगवान! ये लड़के 'गूगल' पर ये क्या-क्या सर्च करते हैं? पढ़ें खुलासा

इसके बाद आरोपी वकील सुनील आचार्य पकड़ में आ सका. इन जांबाज पुलिस कर्मियों को सोमवार को सम्मानित किया गया. यहां रिजर्व पुलिस लाइन में हुए समारोह में कलेक्टर प्रकाशचंद्र शर्मा और एसपी राजेश कुमार मीणा ने प्रशस्ति पत्र देकर सभी की हौसला अफजाई की. कलेक्टर ने कहा कि जवानों की ऐसी तत्परता से ग्राहरे में की कानून व्यवस्था बनाए रखने में काफी मददगार होती है. अपराधियों में भी इससे डर पैदा होता है.

ऐसे किया खुलासा
गुमनाम चिट्ठी में वकीलों को धमकी और इसे उदयपुर की घटना का जिक्र करने पर एसपी ने इसे गंभीरता से लिया और 32 पुलिसकर्मियों को इसकी जांच में लगाया. इसके लिए कोतवाली, ट्रैफिक, डीएसपी सहित छह जांच टीमें बनाई. इस टीम ने शहर के 100 सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन सुराग तब मिला जब कोतवाल अपनी टीम के साथ प्रधान डाकघर में सीसीटीवी खंगाल रहे थे. कोतवाल को संदिग्ध ऑटो चालक दिखा. कोतवाल ने बताया कि रजिस्ट्री पर लिखे टाइम अनुसार हमने डाकघर के सीसीटीवी खंगाले. इस पर उसी समय पर एक ऑटो चालक लिफाफा लिए डाक घर आते दिखाई दिया, सीसीटीवी में ऑटो के नंबर साफ नहीं दिखाई दे रहे थे. इस पर ट्रैफिक पुलिस की टीम की मदद ली तो ऑटो चालक का पता चला, इसके बाद उसे डिटेन कर पूछताछ की तो बताया कि उसने यह लिफाफा रजिस्ट्री कराने के लिए आरोपी वकील सुनील आचार्य ने दिया था. आरोपी वकील को डिटेन कर पूछताछ की तो उसने ऐसा करने से टालमटोल किया लेकिन जब ऑटो चालक को आमने-सामने बिठाकर सवाल किए तो वकील ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.

स्पेशल 32
धमकी देने वाले आरोपी की धरपकड़ में डीएसपी सूर्यवीरसिंह राठौड़, सीआई प्रदीप बिट्टू, सीआई रतनसिंह चौहान, सीआई रामरूप मीणा, एसआई कांतिलाल, शंभुसिंह, एएसआई विवेकभानसिंह, नटवरलाल, हैड कांस्टेबल प्रवीणसिंह, हरीशचंद्र, सत्यनारायण सिंह, आबिद खान, राजश्री, कांस्टेबल, इंद्रजीतसिंह, जयपाल सिंह, पृथ्वीपालसिंह, महेंद्रसिंह, राजेंद्रसिंह, पूंजीलाल, सुरेंद्रसिंह, विनोद, दीपक, किशोर, मोहित, हरेंद्रसिंह, महेंद्र, किशनलाल, बदेसिंह, कपिल, -राजकुमारी, रेखा, किरण ने सहयोग किया. जिस पर इन्हें सम्मानित किया.

क्या बोले एसपी राजेश कुमार मीणा 
एसपी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि शहर के 4 वकीलों को धमकी भरा पत्र मिला था, इस पर हमारी पुलिस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महज 24 घंटे में आरोपी वकील को गिरफ्तार कर लिया. इस पर कलेक्टर साहब और हमने इस पूरी वारदात का खुलासा करने वाली टीम का पुलिस लाइन में सम्मान किया है.

Reporter- Ajay Ojha

यह भी पढे़ं- उदयपुर हत्याकांड का कराची कनेक्शन, कन्हैयालाल का हत्यारा जाकिर नाइक को मानता था आका

अपने जिले की सभी खबरों के लिए यहां क्लिक करें.

Trending news