बारां में करोड़ों की ठगी करने वाले ने ही पुलिस थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट
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बारां में करोड़ों की ठगी करने वाले ने ही पुलिस थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट

Baran : राजस्थान(Rajasthan) के बारां में कोतवाली पुलिस ने 8 करोड़ की ठगी करने के मामले में 2 आरोपियों को उत्तरप्रदेश(UP) से गिरफ्तार किया है. पुलिस जांच में फरियादी ही ठगी का मास्टरमाइंड निकला है.

बारां में करोड़ों की ठगी करने वाले ने ही पुलिस थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट

Baran : राजस्थान के बारां में 8 करोड़ की ठगी के मामले की जानकारी देते हुए एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि 1 दिसंबर 2020 को फरियादी अब्दुल फरीद ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी थी.

जिसमे उसने बताया कि मुजिर्बरहमान उर्फ जावेद निवासी मुंबई, शाबान अली शेख निवासी कानपुर, पीर मोहम्मद निवासी मुंबई, वहाब खान, मुकेश निवासी ठाणे, रियाजउद्दीन निवासी मुंबई, प्राइवेट कंपनी का मैनेजर राकेश वशिष्ठ, सलमान खुर्शिद ऐक्युपमेन्ट ऐडमिनिस्ट्रेटर के एसएस पेट्रोन प्राइवेट लि. गुरुग्राम ने योजना से षढयंत्र रचकर जयपुर उद्योग लिमिटेड कानपुर में स्थित जुटमिल की पूरी भूमि और स्क्रेप विक्रय का प्रस्ताव प्रार्थी के समक्ष रख 3 करोड़ 11 लाख रुपए लिए. इसके बाद स्क्रेप पजेशन के लिए टाल मटोल करने लगे.

एसपी चौधरी ने बताया कि रिपोर्ट में फरियादी ने बताया कि इसके बाद मिल कानपुर का सौदा निरस्त हो गया. इसके बाद एसएस प्राइवेट लिमिटेड गणोथा का मेटेरियल विक्रेता एग्रीमेंट 9 करोड़ 90 लाख रुपए में किया और पूर्व में दी 3 करोड़ 11 लाख रुपए को उसी में समायोजित किया. फरियादी के साथी नीरज जैन के माध्यम से 1 करोड़ 17 लाख रुपए मुजिबुर्ररहमान उर्फ जावेद के खाते में भुगतान किए और 1 करोड़ 20 लाख रुपए प्रार्थी से मुजिबुर्रहमान उर्फ जावेद ने नगद प्राप्त किए.

बारां आने पर मुजिबुर्ररहमान उर्फ जावेद को 2 करोड़ 58 लाख रुपए नगद दिए. इसके बाद शेष राशि 1 करोड़ 84 लाख रुपए स्क्रैप पर कब्जा देने पर अदा करना था. इसके बाद गोणथा जयपुर स्क्रैप का पजेशन देने के लिए अभियुक्त से निवेदन किया. फरियादी के साथ इन सभी ने धोखाधड़ी मिलीभगत करके षढयंत्र रचकर 8 करोड़ 60 लाख रुपए की ठगी की. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू की.

कोतवाली पुलिस के अनुसार इस मामले में जांच के दौरान फरियादी ही ठगी का मास्टरमाइंड निकला है. मामले में फरियादी अब्दुल फरीद, मुजिबुर्ररहमान उर्फ जावेद और शाबान अली शेख ने फर्जी दस्तावेज बनाए. इसके बाद फरियादी के सहयोगी नीरज जैन को फर्जी एग्रीमेंट और दस्तावेज दिखाकर 1 करोड़ 17 लाख रुपए प्राप्त कर लिए.

इसके बाद मास्टरमाइंड ने ही फरियादी बनकर कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. जांच में फरियादी के मास्टरमाइड होने का पता चलते ही फरियादी अब्दुल फरीद फरार हो गया. पुलिस की ओर से उसकी तलाश की जा रही है.

एसपी चौधरी ने बताया कि मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस टीम की ओर से अनुसंधान और संकलित साक्ष्यों और तकनीकि साक्ष्यों के आधार पर आरोपी मुजिबुर्ररहमान उर्फ जावेद पुत्र नासिर अली निवासी मुंबई और शाबान अली शेख पुत्र अब्बास अली निवासी कानपुर ''को उतरप्रदेश से डिटेन किया.

इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया. पुलिस की ओर से आरोपियों से गबन की गई राशि की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही मामले में जांच की जा रही है.

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