भरतपुर के डीग में पर्यटन निगम द्वारा आयोजित ब्रज होली महोत्सव के अवसर पर रविवार को विश्व प्रसिद्ध जल महलों में रंगीन फव्वारों के साथ प्रदेश के कोने-कोने से आए लोक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन कर उपस्थित दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया.
भरतपुर के डीग में पर्यटन निगम द्वारा आयोजित ब्रज होली महोत्सव के अवसर पर रविवार को विश्व प्रसिद्ध जल महलों में रंगीन फव्वारों के साथ प्रदेश के कोने-कोने से आए लोक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन कर उपस्थित दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया. ब्रज महोत्सव का मुख्य आकर्षण जल महलों में रंगीन फव्वारों का प्रदर्शन था.
जल महलों के गोपाल भवन और नूरजहां के झूले के सामने सैकड़ों फव्वारों से एक साथ विभिन्न रंगों से सजी जल धाराएं निकलकर अठखेलियां करते हुए रंगीन छटा बिखेरने लगी. उसे देख लोग खुशी से झूम उठे. गोपाल भवन के पश्चिमी किनारे से इन रंगीन जलधाराओं पर पड़ रही सूर्य किरणों से यहां इंद्रधनुषी छटा दिखाई देने लगी तो लोग इस अनुपम दृश्य को बिना पलक झपकाएं खुशी से निहारते हुए गिर्राज महाराज की जय के जयकारे लगाने लगे.
बड़ी संख्या में मौजूद देसी विदेशी पर्यटक और आसपास से आए लोग इस अनुपम और अलौकिक दृश्य को अपने मोबाइल और कैमरा में कैद करने लगे. लोगों ने लगभग 20 मिनट तक इस रंगीन नजारे का जमकर लुफ्त उठाया.
ब्रज महोत्सव के दौरान विश्व प्रसिद्ध जल महलों में रंगीन फव्वारों का प्रदर्शन देख कर कलेक्टर आलोक रंजन बहुत प्रभावित हुए. उन्होंने कहा कि लगभग 350 वर्ष पहले यहां के महान प्रतापी और कला प्रेमी महाराजाओं द्वारा बनाया गया यह फव्वारों का बिना मशीन के चलने वाला इको फ्रेंडली संचालन सिस्टम अनोखा अद्भुत और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनुकर्णीय है. यहां का अजेय दुर्ग और विश्व प्रसिद्ध जल महल अद्भुत धरोहर है.
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