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दुखों-कलेश को मिटाने के लिए आज करें यह एक उपाय, प्रमोशन-इंक्रीमेंट के चांस पक्के

Chaitra Navratri 2024: हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. 9 अप्रैल 2024 से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में आज देवी दुर्गा के तीसरे स्वरूप यानी की मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी. नवरात्रि के दिनों में लोग माता रानी की कृपा पाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. ऐसे में अगर आज तीसरे नवरात्रि के दिन आप यह उपाय करते हैं तो इससे मां चंद्रघंटा आपके ऊपर प्रसन्न होंगी और आपके प्रमोशन और तरक्की के रास्ते खुल जाएंगे.

 

उठ जाएं सुबह

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उठ जाएं सुबह

सुबह सवेरे उठने के बाद स्नान करके मां दुर्गा की पूजा करें और फिर देवी चंद्रघंटा को लाल रंग का फूल अर्पित करें. 

तांबे का सिक्का या धातु

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तांबे का सिक्का या धातु

हो सके तो लाल रंग के फूल के साथ-साथ आप देवी चंद्रघंटा को एक तांबे का सिक्का या तांबे से जुड़ी कोई भी वस्तु चढ़ाएं. इसके बाद उस चढ़ाई हुई चीज को अपने पर्स में रख लें. 

धारण करें

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धारण करें

अगर आप पर्स में नहीं रखना चाहते तो आप उसे तांबे की धातु या सिक्के को अपने गले में धारण करिए. ऐसा करने से आपके ऊपर माता रानी की कृपा हमेशा बनी रहेगी. 

पैसों की कमी दूर

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पैसों की कमी दूर

जो लोग नवरात्रि के तीसरे दिन तांबे से जुड़ा यह उपाय करते हैं, उन्हें आर्थिक संकट से छुटकारा मिलता है और साथ ही उनके प्रमोशन और तरक्की के रास्ते बढ़ जाते हैं. 

नकारात्मकता होगी दूर

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नकारात्मकता होगी दूर

अगर आप माता रानी को अर्पित किया हुआ धातु या सिक्का अपने पर्स में रखते हैं या गले में धारण करते हैं तो इससे आपकी जिंदगी से नकारात्मकता दूर होती है साथ ही जिंदगी में सकारात्मक का संचार होता है. 

दुखों क्लेशों से छुटकारा

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दुखों क्लेशों से छुटकारा

जो लोग नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा से जुड़ा यह उपाय करते हैं, उन्हें अपनी जिंदगी के सभी दुखों क्लेशों से छुटकारा मिलता है और उनके घर परिवार में सुख समृद्धि का आगमन होता है. 

प्रमोशन-तरक्की मिलेगी

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प्रमोशन-तरक्की मिलेगी

नवरात्रि के तीसरे दिन तांबे के सिक्के से जुड़ा या छोटा सा उपाय करने मात्र से इंसान को कई काम सभी कामों में सफलता मिलती है. उसकी जिंदगी में आ रही बढ़ाएं दूर होती हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, आस्थाओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE Rajasthan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)