Plane Crash Bharatpur: भरतपुर में प्लेन क्रैश के बाद 500 मीटर दूर तक जा गिरे टुकड़े, विमान एक बड़ा हिस्सा गड्ढे में जा घुसा
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Plane Crash Bharatpur: भरतपुर में प्लेन क्रैश के बाद 500 मीटर दूर तक जा गिरे टुकड़े, विमान एक बड़ा हिस्सा गड्ढे में जा घुसा

Plane Crash Bharatpur: भरतपुर में प्लेन क्रैश के बाद हड़कंप मच गया है. लेकिन अच्छी बात यह रही की ये प्लेन रिहायसी इलाके से कुछ दूर क्रैस हुआ है. हादसा इतना वीभत्स था कि विमान के टुकड़े 500 मीटर तक दूर जा गिरे. ग्रामीणों ने बताया कि विमान चक नगला बीजा में जा गिरा.

 

Plane Crash Bharatpur: भरतपुर में प्लेन क्रैश के बाद 500 मीटर दूर तक जा गिरे टुकड़े,  विमान एक बड़ा हिस्सा गड्ढे में जा घुसा

Plane Crash Bharatpur: भरतपुर जिले के उच्चैन थाना इलाके के गांव चक नगला बीजा के पास स्थित पींगोरा रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर शनिवार सुबह एक प्लेन क्रैश हो गया. प्लेन में आसमान में ही आग लग गई थी. वह आग के गोले की तरह जमीन पर गिरा तो एक बड़ा गड्ढा बन गया. गनीमत यह रही कि जहां हादसा हुआ है, वहां से आबादी मुश्किल से करीब पांच मीटर की दूरी पर थी. मौके पर करीब 30 से अधिक गांवों के हजारों लोग एकत्रित हो गए. हादसा इतना वीभत्स था कि विमान के टुकड़े 500 मीटर तक दूर जा गिरे. ग्रामीणों ने बताया कि विमान चक नगला बीजा में जा गिरा.

 इसके कुछ टुकड़े 500 मीटर दूर तक जा गिरे, जबकि विमान का आगे का हिस्सा एक गड्ढे में जा घुसा. जेसीबी की सहायता से उस गड्ढे की खुदाई की जा रही है. रेंज आईजी गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर आलोक रंजन व एसपी श्याम सिंह,डीएसपी अजय शर्मा सहित भारतीय वायु सेना विंग कमांडर पवन बेनीवाल,ब्रिगेडियर वाई के रटैला ,कर्नल संदीप चौधरी सहित सेना के लोग मौके पर पहुंचे. घटना के बाद वायु सेना ने घटना स्थल को कोर्डिन ऑफ कर कब्जे में ले लिया है.

 इससे पहले पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित किया वही रेंज आईजी गौरव श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लेन क्रैश की सूचना पर प्रशासन पहुंचा, घटना में अभी कोई जन हानि नही हुई. विमान किस एजेंसी का यह अभी पता नही है सेना के अफसर जांच कर रहे है.

वहीं, जानकारी के अनुसार कर्नल संदीप भारद्वाज ने बताया कि भरतपुर में क्रेश हुआ विमान सुखोई 30 है, जो ग्वालियर से उड़ा था. सुखोई-30 और मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर बेस से उड़ान भरी थी. सुखोई 30 लड़ाकू विमान में दो पायलट थे, वहीं मिराज 2000 में एक पायलट था. मिराज 2000 लड़ाकू विमान उड़ा रहे पायलट के कुछ शरीर के कुछ अंग बरामद हुआ वही सुखोई 30 के दो पायलटों ने खुद को विमान से बाहर निकाल लिया था जो ऑटो मोड पर भरतपुर में क्रेश हुआ.

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