भारत की पारंपरिक लोक और जनजातीय अभिव्यक्तियों का उत्सव 'देशज' रविंद्र रंगमंच पर प्रारंभ हुआ.
Trending Photos
Bikaner: संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आजादी के अमृत महोत्सव (Nectar festival of freedom) कार्यक्रम के तहत भारत की पारंपरिक लोक और जनजातीय अभिव्यक्तियों का उत्सव 'देशज' रविंद्र रंगमंच पर प्रारंभ हुआ.
कार्यक्रम का शुभारंभ महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित और अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरुण प्रकाश शर्मा ने किया. तीन दिवसीय कार्यक्रमों के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होने का अवसर मिलेगा.
अन्य प्रदेशों से आए लोक कलाकार
वहीं, अन्य प्रदेशों से आए हुए लोक कलाकार, बीकानेर (Bikaner) की कला संस्कृति और यहां की परंपराओं को समझ और जान सकेंगे. तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान 15 राज्यों के 372 कलाकार 26 विधाओं में अपनी प्रस्तुतियां देंगे.
संगीत नाटक अकादमी (Sangeet Natak Academy) के उपसचिव पी जोसेफ डी राज (P Joseph D Raj) ने बताया कि बाड़मेर के अनवर खान मांगणियार और जैसलमेर के महेश राम मेघवाल और दल ने राजस्थान के लोक नृत्य एवं लोक संगीत की प्रस्तुति दी.
यह भी पढ़ें - Hanumangarh: सड़क किनारे अज्ञात महिला के मिले शव की हुई पहचान, पति-ससुर पर लगा हत्या का आरोप
वहीं, सिरमौर के शिवान्य सांस्कृतिक कला मंच ने हिमाचल प्रदेश के सिरमौरी नाटी, डिब्रूगढ़ के दुलाल मनकी एवं दल ने असम के झुमुर नृत्य, जयपुर की गुलाबो सपेरा और दल ने कालबेलिया नृत्य, हैदराबाद की सिंगिडी कल्चर ऑर्गेनाइजेशन ने तेलंगाना के लिए लमबाडी नृत्य, बदलापुर पूर्व के स्वप्नाजलि नृत्यालय ने महाराष्ट्र के कोली नृत्य, तंजावुर के एल जॉन पीटर एवं दल ने तमिलनाडु के थप्पट्टम की प्रस्तुति से दर्शकों की तालियां बटोरी. वहीं दौसा के अकरम खान एवं दल द्वारा बहरूपिया कला का प्रदर्शन किया गया.
कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया. कार्यक्रम में पर्यटन विभाग की उपनिदेशक भानु प्रताप सिंह तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार, पुष्पेंद्र राठौड़, सीताराम कच्छावा, सुधा आचार्य, राजभारती शर्मा, पंकज शर्मा, विनोद भोजक भी मौजूद रहे.