Devi Singh Bhati : क्या बीकानेर बीजेपी की राजनीति बदल रही है. क्या देवीसिंह भाटी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ज्वाइन कर हनुमान बेनीवाल ( Hanuman Beniwal ) से हाथ मिला सकते है. क्या अर्जुनराम मेघवाल ( Arjunram meghwal ) से अब उनकी खुली टक्कर होने वाली है. और इसका बीकानेर ( Bikaner ) की राजनीति पर क्या असर होगा.
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Bikaner News : बीकानेर में किसी वक्त भाजपा के दिग्गज नेता रहे देवीसिंह भाटी को लेकर कुछ दिन पहले ये खबर आई कि वसुंधरा राजे के बीकानेर दौरे में वो बीजेपी ज्वाइन करेंगे. इसको लेकर तैयारियां भी की गई. राजे की जनसभा भी हुई वहां पर. अच्छी खासी भीड़ भी जुटाई गई लेकिन जिसने भीड़ जुटाई और जिस उद्देश्य से भीड़ जुटाई गई वो काम नहीं हो पाया. देवीसिंह भाटी BJP में क्यों नहीं शामिल हो पाए. इसको लेकर अलग अलग चर्चाएं है लेकिन लोग इसके लिए मोदी सरकार में मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को जिम्मेदार बताते है. दोनों नेताओं के संबंध अच्छे नहीं है.
सरदारशहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे है. दो दिन पहले ही देवीसिंह भाटी वहां देखे गए. भाटी का यहां राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ फोटो और वीडियो सामने आया. जिसमें भाटी हाथ उठाकर मुट्ठी भींचकर अपनी ताकत का अहसास कराते नजर आ रहे है. इन तस्वीरों के बाद से ये चर्चाएं शुरु हुई कि क्या भाटी अब हनुमान बेनीवाल के साथ मिलकर बीकानेर में बीजेपी का गणित बिगाड़ने की तैयारी कर रहे है. क्या वो अब खुले मैदान में आकर अपने राजनीतिक विरोधी अर्जुनराम मेघवाल को अपनी ताकत का अहसास कराना चाहते है.
RLP कार्यकर्ताओं के साथ देवीसिंह भाटी की तस्वीर.
क्या ये तस्वीर बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए है या नई पारी के संकेत है !
भाटी मुठ्ठी भींच हाथ उठा ताकत का अहसास करा रहे है. pic.twitter.com/CWIwvctZ3S
— Hinglaj Dan (Zee Media) (@HINGLAJDAN95) November 30, 2022
हालांकि देवीसिंह भाटी ने यहां पीएम मोदी में आस्था जताई लेकिन भाजपा के राजस्थान नेतृत्व के खिलाफ खुलकर बयान दिए. दरअसल देवीसिंह भाटी वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते है. 35-40 सालों तक बीकानेर की कोलायत सीट पर उनका एकछत्र राज रहा. भाजपा सरकार में बड़े पद भी संभाले. साल 2013 में मोदी लहर के बावजूद वो भंवरसिंह भाटी के सामने हार गए. 2018 के विधानसभा चुनाव में उनकी पुत्रवधु पूनम कंवर को बीजेपी ने टिकट दिया लेकिन वो भी हार गई. उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में बीकानेर सीट से अर्जुनराम मेघवाल को टिकट देने के विरोध में उन्हौने पार्टी छोड़ दी.
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देवीसिंह भाटी का अर्जुनराम मेघवाल पर आरोप है कि कोलायत सीट पर मेघवाल ने कांग्रेस को मदद की. मेघवाल के प्रभाव वाले वोट भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में गए तो वहीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिले. राजस्थान बीजेपी ने हाल ही में पार्टी ज्वाइन के लिए एक कमेटी बनाई है. ये कमेटी ही तय करेगी कि कौनसा नेता पार्टी में शामिल होगा. इस कमेटी को अर्जुनराम मेघवाल ही लीड कर रहे है. ऐसे में भाटी की भाजपा में और मुश्किलें हो सकती है. ऐसे में अब बीकानेर की सियासत में खुला संग्राम हो सकता है.
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देवीसिंह भाटी ने चूरू की सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव के बीच राजस्थान बीजेपी पर निशाना साधा तो वहीं पीएम मोदी में आस्था जताई. भाटी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को संसाधन समझती है. उसे सिर्फ वोटबैंक मानती है. इसलिए समय आने पर आंख दिखानी भी जरूरी है. सतीश पूनिया पर भी निशाना साधा कि जो कभी जमीनी नेता नहीं रहे उनके हाथों में कमान दी गई है.